Period Rashes Home Remedies: गर्मियों में वैसे तो महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन पीरियड्स के दिनों में कुछ बातें परेशानी का सबब बन जाती हैं. उन्हीं में से एक परेशानी है रैशेज़ की, जिसके चलते कई बार चलने फिरने में भी दिक्कत हो जाती है. पीरियड्स के दिनों में रैशेज़ की समस्या का सही समय पर उपचार न किया जाए तो कई बार ये समस्या दर्दनाक हो सकती है. पूरे दिन पैड इस्तेमाल करने से ये रैशेज़ होते हैं. इनकी वजह से थाई और वेजाइनल एरिया में सूजन आ जाती है. घंटों पैड पहनने की वजह से पसीना सूख नहीं पाता, जर्म्स पैदा हो जाते हैं, जो स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं पीरियड्स के दौरान रैशेज़ जैसी समस्या से बचने के लिए किन बातों का रखना चाहिए खास ख्याल.
पीरियड रैशेज़ से बचने के लिए इन बातों का रखें ख्यालः
1. पीरियड के दौरान हाइजीन का खास ख्याल रखना चाहिए.
2. अपनी स्किन के हिसाब से अच्छी क्वालिटी का पैड यूज़ करें.
3. दिन में कम से कम 3 बार पैड बदलें.
4. पीरियड के दौरान सिंथेटिक कपड़े ना पहने, क्योंकि इससे वेजाइना में नमी बनी रहती है और उसी के चलते रैशेज़ होते हैं.
5. वेजाइना को साफ करके एंटीसेप्टिक पाउडर लगाएं. टेलकम पाउडर का इस्तेमाल ना करें.
6. प्रभावित एरिया पर साबुन, बॉडी वॉश, जेल या किसी भी तरह की क्रीम लगाने से पहले गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह लें.
7. टाइट फिटिंग के कपड़े पहनने से बचें.
8. सही अंडरगारमेंट्स का चुनाव करें.
9. अपने अंडरगारमेंट्स अच्छी तरह से धोए और उन्हें पूरी तरह सूखने के बाद ही पहनें.
10. बर्फ के पैक का इस्तेमाल करें. कोल्ड कंप्रेस दर्द और खुजली कम करने में करेगा मदद.
पीरियड के दौरान सिंथेटिक कपड़े ना पहने, क्योंकि इससे वेजाइना में नमी बनी रहती है .
पीरियड के दौरान रैशेज़ होने पर अपनाएं ये 4 घरेलू उपायः
1. एलोवेरा जेलः
त्वचा को लंबे समय तक सूदिंग रखने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल किया जा सकता है. एलोवेरा में अच्छे एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इसलिए इसका उपयोग रैशेज़ दूर करने में भी किया जा सकता है.
2. हल्के तेलः
बादाम का तेल नारियल का तेल या जैतून के तेल के उपयोग से भी कुछ हद तक रैशेज़ का इलाज किया जा सकता है.
3. नीमः
त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए अक्सर नीम का इस्तेमाल किया जाता है. नीम के पत्तों को मिलाकर बनी चाय और पानी को ठंडा करके रैशेज़ पर लगाने से कुछ ही दिन में वो गायब हो सकते हैं.
4. हल्दीः
किसी भी तरह की स्किन प्रॉब्लम की बात आती है तो हल्दी सबसे पहली पसंद होती है. हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो घाव भरने में मदद कर सकते हैं. हल्दी के पानी में पेस्ट बनाकर खुजली वाली जगह पर लगाने से फायदा मिल सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.