मुंह से सांस लेना कैसे रोकें, जानिए कैसे आपकी सेहत को पहुंचाता है नुकसान

Mouth Breathing: सांस लेना हमारे शरीर की सबसे जरूरी क्रियाओं में से एक है. जब हम सांस लेते हैं, तो हवा नाक या मुंह के रास्ते फेफड़ों तक जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी अपशिष्ट गैसें बाहर निकलती हैं. लेकिन अगर आप हमेशा मुंह से सांस लेते हैं, तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Mouth Breathing Cause: मुंह से सांस लेना सेहत के लिए नुकसानदायी होता है.

How to Stop Mouth Breathing: सांस लेना हमारे शरीर की सबसे जरूरी क्रियाओं में से एक है. जब हम सांस लेते हैं, तो हवा नाक या मुंह के रास्ते फेफड़ों तक जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी अपशिष्ट गैसें बाहर निकलती हैं. लेकिन अगर आप हमेशा मुंह से सांस लेते हैं, तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

मुंह से सांस लेना क्यों नुकसानदायक है?

सामान्य स्थिति में, हमें सांस नाक से लेनी चाहिए, क्योंकि नाक हवा को फिल्टर, गर्म और नम करती है, जिससे फेफड़ों में ऑक्सीजन का स्तर संतुलित रहता है. लेकिन जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक या सोते समय लगातार मुंह से सांस लेता है, तो इससे कई समस्याएं हो सकती हैं-

  • बच्चों में दांत टेढ़े-मेढ़े होना या चेहरे के आकार में बदलाव.
  • वयस्कों में खराब सांस (Bad Breath) और मसूड़ों की बीमारी.
  • अस्थमा और डायबिटीज के लक्षणों में बढ़ोतरी.
  • शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण थकान और चिड़चिड़ापन.

रात में मुंह से सांस लेने के लक्षण

  • बार-बार खर्राटे आना.
  • सुबह उठने पर मुंह और गले का सूखापन.
  • दिनभर थकान या नींद जैसा महसूस होना.
  • ब्रेन फॉग यानी ध्यान न लगना.
  • आंखों के नीचे काले घेरे.
  • आवाज में भारीपन या खराश.

मुंह से सांस लेने के कारण

सबसे आम कारण है नाक का बंद होना या सांस लेने में रुकावट. जब नाक के रास्ते से हवा नहीं गुजर पाती, तो शरीर ऑक्सीजन पाने के लिए स्वचालित रूप से मुंह का इस्तेमाल करने लगता है. इसके अलावा-

  • एलर्जी या सर्दी-जुकाम.
  • नाक में पॉलीप्स (छोटे गांठ जैसे ग्रोथ).
  • टेढ़ी नाक की हड्डी (Deviated Septum).
  • तनाव और चिंता.

मुंह से सांस लेने की आदत छोड़ने के 7 असरदार तरीके

ये भी पढ़ें: Hair Fall की स्पीड बढ़ाते हैं ये 5 फूड्स, रोज खाते हैं तो तेजी से झड़ने लगेंगे बाल, क्या आप खा रहे हैं?

1. प्रैक्टिस करें

दिन में कुछ मिनट नाक से सांस अंदर लें और मुंह से बाहर छोड़ें. ये अभ्यास धीरे-धीरे आपकी सांस लेने की आदत को सुधार देगा.

2. नाक की सफाई रखें

अगर नाक बंद रहती है, तो आप मजबूरन मुंह से सांस लेते हैं. रोजाना नाक साफ करें, या सलाइन वॉश (Nasal Wash) का उपयोग करें ताकि रुकावट दूर हो सके.

Advertisement

3. तनाव कम करें

तनाव के समय सांसें तेज हो जाती हैं, जिससे आप अनजाने में मुंह से सांस लेने लगते हैं. योग, मेडिटेशन और गहरी सांस लेने के अभ्यास (Breathing Exercises) से तनाव कम करें.

4. सही तकिया चुनें

अगर नींद में मुंह खुल जाता है, तो तकिए की ऊंचाई समायोजित करें. थोड़ा ऊंचा तकिया सिर को सही स्थिति में रखता है और नाक से सांस लेना आसान बनाता है.

Advertisement

5. रोजाना एक्सरसाइज करें

रोजाना टहलना, दौड़ना या योग करने से आपकी फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है. धीरे-धीरे शरीर नाक से सांस लेने की आदत विकसित कर लेता है.

6. मायोफंक्शनल थेरेपी लें

अगर आदत बहुत पुरानी है, तो किसी मायोफंक्शनल थैरेपिस्ट से सलाह लें. वे चेहरे और जबड़े की मांसपेशियों के लिए विशेष एक्सरसाइज सिखाते हैं जो नाक से सांस लेने में मदद करती हैं.

Advertisement

7. जरूरत पड़े तो सर्जरी करवाएं

अगर समस्या नाक की संरचना से जुड़ी है (जैसे टेढ़ी हड्डी या ब्लॉकेज), तो डॉक्टर से परामर्श करें. सर्जरी करवाने से आप सामान्य रूप से नाक से सांस ले पाएंगे.

Gurudev Sri Sri Ravi Shankar on NDTV: Stress, Anxiety, से लेकर Relationship, Spirituality तक हर बात

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Bihar Election: Chhapra में Khesari Lal की पत्नी RJD उम्मीदवार, मुकाबला BJP की Chhoti Kumari से