Process Of kidney Donation Transplant : हाल ही में मशहूर बिजनेसमैन और एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा-चर्चा में आ गए जब उन्होंने आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज को अपनी किडनी देने की बात कही. इस बात ने काफी लोगों को हैरान कर दिया, लेकिन ट्रोलर्स ने इसे एक दिखावा कहकर सवाल उठाए. सोशल मीडिया पर उनका यह बयान, “मेरी किडनी है, मैं जिसे चाहूं उसे दूं” खूब वायरल हुआ. इस पूरी घटना ने एक जरूरी सवाल उठाया-क्या किसी को किडनी दान करना इतना आसान फैसला है? किडनी दान करना एक बहुत बड़ा और संवेदनशील फैसला होता है. यह सिर्फ एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी की ज़िंदगी को नया मौका मिलता है. लेकिन इसके पहले कई बातें हैं जिनके बारे में सोचना बहुत जरूरी है.
कौन किसे किडनी डोनेट कर सकता है (Process Of kidney Donation Transplant)
जीवित किडनी दान क्या होता है?
जब कोई जिंदा इंसान अपनी एक किडनी किसी जरूरतमंद को देता है, तो उसे जीवित किडनी दान-कहते हैं. हमारे शरीर में दो किडनी होती हैं और आमतौर पर एक किडनी से भी इंसान सामान्य जीवन जी सकता है. यही वजह है कि कई लोग किसी बीमार व्यक्ति की जान बचाने के लिए अपनी एक किडनी दान करते हैं.
कौन कर सकता है किडनी दान?
कोई भी व्यक्ति जो पूरी तरह से स्वस्थ है और जिसकी उम्र 18 साल से ऊपर-है, वो किडनी दान कर सकता है. लेकिन सिर्फ उम्र या इच्छा से काम नहीं चलता. उसके शरीर की गहराई से जांच की जाती है ताकि यह पता चले कि वो दान देने के लिए सुरक्षित है या नहीं.
मेडिकल जांच क्यों जरूरी है?
- किडनी दान करने से पहले कई जांचें होती हैं, जैसे:
- खून की जांच
- पेशाब की जांच
- दिल और फेफड़ों की जांच
- ब्लड प्रेशर और शुगर की स्थिति
- अगर उम्र ज्यादा है, तो कैंसर से जुड़े कुछ चेकअप
ये सभी जांचें यह तय करने के लिए होती हैं कि दान देने वाला व्यक्ति खुद को नुकसान पहुंचाए बिना दान कर सकता है या नहीं.
क्या भावनात्मक तैयारी भी ज़रूरी है?
बिलकुल किडनी दान सिर्फ शारीरिक फैसला नहीं होता. इसके पीछे भावनात्मक और मानसिक पहलू भी होते हैं. दान करने वाला यह सोचता है कि उसकी मदद से कोई नई ज़िंदगी पा सकता है, लेकिन अगर किसी वजह से किडनी काम न करे तो अपराधबोध भी हो सकता है. इसलिए एक सामाजिक कार्यकर्ता और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बातचीत करवाई जाती है, जिससे यह तय किया जा सके कि आप मानसिक रूप से तैयार हैं या नहीं.
किडनी दान करने के फायदे
- किसी की जान बचाना एक बड़ा काम है.
- आपको अपने स्वास्थ्य की पूरी जानकारी मिलती है.
- समाज में एक अच्छा संदेश जाता है.
- मानसिक संतुष्टि मिलती है कि आपने किसी की मदद की.
नुकसान या खतरे क्या हैं?
हर सर्जरी में कुछ न कुछ जोखिम होते हैं. किडनी दान में भी कुछ बातें ध्यान रखने लायक हैं:
- पेट में दर्द, थकावट, या कमजोरी हो सकती है.
- ऑपरेशन के बाद काम से कुछ दिन छुट्टी लेनी पड़ सकती है.
- कुछ मामलों में संक्रमण का खतरा रहता है.
- भावनात्मक तनाव हो सकता है, जैसे चिंता या डर.
- भविष्य में कुछ नौकरियों में समस्या आ सकती है, जैसे सेना या पुलिस सेवा.
क्या शराब पीने वाला व्यक्ति किडनी दान कर सकता है?
अगर कोई सीमित मात्रा में शराब पीता है तो आमतौर पर दान करने में दिक्कत नहीं होती. लेकिन अगर शराब की लत है तो पहले उसे कंट्रोल करना होगा.
किडनी दान करना एक महान काम है लेकिन इसे करने से पहले खुद के स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति, आर्थिक पहलू और भावनात्मक स्थिति को अच्छे से समझना ज़रूरी है. बिना सोच-समझ के किया गया कोई भी बड़ा फैसला, भविष्य में पछतावे की वजह बन सकता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)