बालासोर, 21 फरवरी (भाषा) ओडिशा में बालासोर जिले के सोरो में मौजूद एक एक आवासीय विद्यालय यानी होस्टल की पांच छात्राओं को दिमागी बुखार होने की पुष्टि हुई है. जिला मुख्यालय अस्पताल, बालासोर के डॉक्टर शशांक शेखर चौधरी ने बताया कि आवासीय विद्यालय 'पुरुबाई कन्याश्रम' (Purubai Kanyashram Hostel) में 29 बीमार छात्राओं में से पांच में दिमागी बुखार की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, 'पांच बीमार छात्राओं के खून के नमूनों के परीक्षण में दिमागी बुखार होने की पुष्टि हुई है. वहीं, अन्य बीमार छात्राओं में भी इसके लक्षण पाए गए. सभी का इलाज बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल में चल रहा है.'
क्या होते हैं दिमागी बुखार के लक्षण
इस बारे में और जानकारी देते हुए डॉक्टर ने बताया कि शुक्रवार शाम को कन्याश्रम में तीन छात्राओं को गंभीर सिरदर्द, उल्टी, दस्त और मितली की शिकायत हुई थी. उन्होंने कहा कि इसके बाद, उन्हें पहले पास के सोरो अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में बालासोर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां दसवीं कक्षा की एक छात्रा की मौत हो गई.
जिला प्रशासन ने आपातकालीन आधार पर स्थिति से निपटने के लिए कार्रवाई शुरू की और एक टीम आवासीय विद्यालय भेजकर बीमार छात्राओं के इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्था की. जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. निरंजन मिश्रा ने रविवार को अधिकारियों के साथ आवासीय विद्यालय का दौरा किया और सभी बीमार छात्राओं के रक्त के नमूने एससीबी मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए.
कितना गंभीर है दिमागी बुखार या जापानी एन्सेफलाइटिस
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है क्योंकि सितंबर और नवंबर 2016 में ओडिशा के मल्कानगिरी जिले में जापानी एन्सेफलाइटिस और एक्यूट एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से 103 बच्चों की मौत हो गई थी.
कैसे फैलता है जापानी एन्सेफलाइटिस
जापानी एन्सेफलाइटिस मच्छर के काटने से होने वाला विषाणुजनित मस्तिष्क संक्रमण है और उसी वंश से संबंधित जिससे डेंगू, पीला बुखार तथा वेस्ट नाइल वायरस संबंधित हैं.