Dry Eyes: स्क्रीन पर नजरें गढ़ाने से लाल और ड्राई हो जाती हैं आखें, तो आई ड्राइनेस से छुटकारा पाने के लिए इन उपायों को अपनाएं

Simple Home Remedies For Dry Eyes: अगर आप भी ऑनलाइन क्लासेस की वजह से अपने बच्चे की आंखों को होने वाले नुकसान और वर्क फ्रॉम होम करने वाले अपनी आंखों को लेकर चिंतित हैं, तो यहां हम आपको कुछ आसान से टिप्स बता रहे हैं जो इन परेशानियों को दूर कर सकते है.

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Dry Eyes Problem: यहां कुछ आसान से टिप्स बता रहे हैं जो इन परेशानियों को दूर कर सकते हैं.

How Can I Hydrate My Eyes?: कोविड महामारी के आने के बाद से ऑनलाइन क्लासेस और वर्क फ्रॉम होम का चलन तेजी से बढ़ा है. इससे बच्चे कंप्यूटर, टैबलेट, टीवी, स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों पर पहले से कहीं अधिक समय बिताने लगे हैं. स्क्रीन पर बिताया गया ज्यादा समय कई बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल रहा है. इससे आई ड्रायनेस से लेकर चश्मा लगने जैसी समस्या बढ़ रही है. अगर आप भी ऑनलाइन क्लासेस की वजह से अपने बच्चे की आंखों को होने वाले नुकसान और वर्क फ्रॉम होम करने वाले अपनी आंखों को लेकर चिंतित हैं, तो यहां हम आपको कुछ आसान से टिप्स बता रहे हैं जो इन परेशानियों को दूर कर सकते है.

आंखों की ड्राईनेस से निपटने के आसान तरीके | Simple Ways To Deal With Eye Dryness

1) बार-बार ब्रेक लें

बच्चे अक्सर अपने काम में इतने लीन हो जाते हैं कि उन्हें आंखों में खिंचाव के लक्षण नजर ही नहीं आते. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बच्चों को ब्रेक लेने की याद दिलाएं. हर 20 मिनट में स्क्रीन से नजर हटाए और कम से कम 20 फीट दूर किसी वस्तु पर कम से कम 20 सेकंड के लिए फोकस करें. इसके अलावा, बच्चों को हर घंटे कम से कम 10 मिनट के लिए स्क्रीन से दूर चलना चाहिए.

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2) एक्सरसाइज

बच्चों को हर दिन कम से कम 60 मिनट फिक एक्सरसाइज करना चाहिए. एक्टिव प्ले छोटे बच्चों के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है. बच्चों की विजन के लिए आउटसाइड प्ले एक शानदार वर्कआउट हो सकता है. आउटसाइड प्ले में बच्चों को अलग-अलग दूरी पर फोकस करने और नेचुरल सनलाइट के संपर्क में आने का मौका मिलता है.

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3) बार-बार पलक झपकना जरूरी

आमतौर पर एक मिनट में हम 10 से 15 बार पलक झपकाते हैं. लेकिन जब हम स्क्रीन के सामने होते हैं तो कई बार मिनटों तक पलक नहीं झपकाते. इससे आंखों की ड्राईनेस बढ़ जाती है. दरअसल, आंखों की पलक झपकाने पर नई परत हमारी आंखों पर आ जाती है. अगर बहुत देर तक पलक नहीं झपकाते तो आंखें ड्राई होने लगती हैं. इसलिए जब भी बच्चे स्क्रीन को देखें तो उन्हें बार-बार पलक झपकाने को कहें.

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4) रेगुलर चेकअप जरूरी

अगर आपके बच्चे को ब्लर विजन या इसी तरह की कोई और समस्या है, तो रेगुलर विजन स्क्रीनिंग जरूरी है. इससे समस्या बढ़ेगी नहीं और अगर कोई परेशानी आती भी है तो सही समय पर इलाज मिल जाएगा. वहीं आपके बच्चे के डेस्कटॉप या लैपटॉप कंप्यूटर की स्क्रीन आंखों के लेवल से थोड़ी नीचे होनी चाहिए. ऊपर की तरफ स्क्रीन को देखने से आंखें जल्दी ड्राय होती हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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