गॉल ब्लैडर में स्टोन (Gallstone) डाइजेस्टिव सिस्टम से जुड़ी बीमारी है. ह्यूमन बॉडी में गॉल ब्लैडर एक छोटी, नाशपाती के आकार की आर्गन होती है और पेट के दाहिनी ओर लिवर के नीचे होती है. इसमें बाइल (पित्त) नाम का डाइजेस्टिव फ्यूलिड जमा रहता है. यह छोटी आंत में फैट वाले खाद्य पदार्थों को तोड़ने और पचाने का काम करती है. गॉल ब्लैडर में स्टोन की समस्या होने के कारण बाइल डक्ट में सूजन और इंफेक्शन हो सकता है जिससे कई तरह की गंभीर समस्याएं जैसे कोलेसिस्टिटिस हो सकती है.
इसका इलाज नहीं करवाने से गॉल ब्लैडर कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है. गॉल ब्लैडर में स्टोन की समस्या आम तौर पर 30-50 वर्ष की आयु की महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है. आइए जानते हैं गॉल स्टोन के लक्षण (Symptoms of Gallstone ), किन्हें है ज्यादा खतरा और बचाव के उपाय.
पित्ताशय की थैली का काम (Function Of Gallbladder)
पित्ताशय एक छोटी, नाशपाती के आकार की, खोखली संरचना है, जो पेट के दाईं और लिवर के नीचे होती है. पित्ताशय की थैली यानी गॉल ब्लेडर पीले-भूरे रंग के एक लिक्विड को इकट्ठा करती है, जो छोटी आंत में फैट को ब्रेक करने में मददगार होता है.
गॉल ब्लैडर के लक्षण (Symptoms of Gallstone )
कभी कभी गॉल स्टोन का कोई लक्षण सामने नहीं आता है. स्टोन के गॉल ब्लैडर के किसी नली में जमा होने पर कुछ लक्षण सामने आ सकते हैं. इनमें शामिल है.
-ब्लोटिंग
-ज्यादा फैट वाले भोजन के बाद ब्लोटिंग या डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं
-पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में अचानक गंभीर दर्द.
-यह दर्द दाहिने कंधे या पीठ तक फैलता फील होता है
-मितली और उल्टी
-तेज बुखार और ठंड लगना
-पीलिया, गहरे रंग का यूरिन
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इन्हें है ज्यादा खतरा (people at greater risk)
- 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं
- 60 से अधिक उम्र के बुजुर्ग
- मोटे और अधिक वजन वाले लोग
- हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर)
- डायबिटीज के मरीज
- ब्लड से जुड़ी समस्या जैसे एनीमिया और थैलेसीमिया के रोगी
- गर्भवती या बहुत सारे बच्चों को जन्म देने के बाद
- ऐसी दवाएं, जिनमें एस्ट्रोजन होता है
- बहुत तेजी से वजन कम करने वाले लोग
- कुछ लिपिड कम करने वाली दवाएं लेना
- परिवार में बॉल ब्लैडर स्टोन का इतिहास
गॉल ब्लैडर से बचाव (Prevention form Gallstone )
सेहतमंद रहना गॉल ब्लैडर स्टोन से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है. इसमें वजन पर कंट्रोल रखना, हाई कैलोरी वाली, फैट वाली चीजों को डाइट से दूर रखना, सब्जियों और फलों जैसे उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना शामिल है. हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल) और डायबिटीज वाले लोगों को खास ध्यान रखने की जरूरत होती है. हर साल नियमित स्वास्थ्य जांच कराने से गॉल ब्लैडर का समय पर उपचार संभव है.
गॉलब्लैडर स्टोन नहीं हटाया गया तो क्या होगा?
गॉलस्टोन धीरे-धीरे बढ़ता है लेकिन निश्चित रूप से क्योंकि पित्त उन पर बहता रहता है और सेडिमेंट की एक और परत छोड़ता है.रेत के एक दाने के रूप में शुरू होने वाली यह पथरी पित्त के प्रवाह को रोकने के लिए काफी बड़ी हो सकती है, खासकर अगर यह पित्त नली या आपके पित्ताशय की थैली की गर्दन जैसी संकरी जगह में चली जाए. अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह "पित्ताशय की थैली के कैंसर" के जोखिम को बढ़ा सकता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)