Cracker safety for children : दिवाली आ गई है. रोशनी का यह त्योहार हर किसी को पसंद होता है, खासकर बच्चों को. पटाखे छुड़ाने में उन्हें खूब मजा आता है. लेकिन, जहां मस्ती है, वहां थोड़ी सावधानी भी जरूरी है, खासकर जब बात बच्चों और पटाखों की हो. क्योंकि, थोड़ी सी आपकी लापरवाही बड़ी दिक्कत खड़ी कर सकती है. तो इस दिवाली, जब आप अपने नन्हे-मुन्नों के साथ पटाखे जलाने की तैयारी करें, तो इन 7 जरूरी बातों का खास ध्यान रखें.
बच्चे बड़ों की निगरानी में ही जलाएं पटाखेयह सबसे जरूरी बात है. बच्चों को कभी भी अकेले पटाखे जलाने की इजाजत न दें. हमेशा कोई बड़ा उनके साथ मौजूद रहे. बच्चे अक्सर जोश-जोश में गलती कर बैठते हैं, ऐसे में बड़ों की मौजूदगी उन्हें सुरक्षित रखेगी.
यह भी पढ़ेंशोध का दावा, यह एक चीज कैंसर मरीजों की मौत का खतरा बढ़ा सकती है
सही जगह चुनेंपटाखे हमेशा खुली जगह पर ही जलाएं, जहां आसपास कोई ज्वलनशील चीज न हो, जैसे सूखे पत्ते, घास, या कपड़े. बालकनी या घर के अंदर पटाखे जलाना बहुत खतरनाक हो सकता है. मैदान या खाली प्लाट सबसे अच्छी जगह होते हैं.
किसी भी अनहोनी से बचने के लिए पानी की बाल्टी और रेत हमेशा तैयार रखें. अगर कोई चिंगारी उड़ जाए या आग लग जाए, तो आप तुरंत उस पर काबू पा सकते हैं.
ढीले कपड़े न पहनेंबच्चों को पटाखे जलाते समय सूती और थोड़े फिटिंग वाले कपड़े पहनाएं. नायलॉन या सिंथेटिक कपड़े बहुत जल्दी आग पकड़ते हैं. साथ ही, दुपट्टे या ढीले-ढाले कपड़े भी पटाखों की आग में आ सकते हैं, इसलिए इनसे बचें.
रॉकेट या तेज आवाज वाले पटाखे जलाते समय बच्चों को हमेशा दूर रखें. फुलझड़ी या अनार जैसे छोटे पटाखे भी जलाते समय थोड़ी सावधानी बरतें. पटाखों से पर्याप्त दूरी बनाए रखने से चोट लगने का खतरा कम होता है.
अच्छी क्वालिटी के पटाखे ही खरीदेंसस्ते और लोकल पटाखे खरीदने से बचें. हमेशा किसी अच्छी और भरोसेमंद दुकान से ही पटाखे खरीदें. अच्छी क्वालिटी के पटाखे ज्यादा सुरक्षित होते हैं और उनमें खराबी का डर कम होता है.
पटाखे जलाने के बाद बचे हुए अनार के खोल या अधजले पटाखों को ऐसे ही न छोड़ दें. उन्हें पानी में भिगोकर या रेत में दबाकर ही ठिकाने लगाएं. कभी-कभी अधजले पटाखे बाद में भी आग पकड़ सकते हैं.
धूम्रपान करने वालों को खांसी की दिक्कत क्यों होती है?
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)