Dislocated Shoulder: Causes, Risk Factor, Treatment : खेलते समय या किसी चोट की वजह से कई बार कंधे में तेज दर्द होने लगता है, ऐसा कंधे की हड्डी के खिसकने की वजह से होता है. कंधे का खिसकना (Dislocated Shoulder) एक ऐसी चोट है जिसमें ऊपरी बांह की हड्डी कप के आकार के सॉकेट से बाहर निकल जाती है जो कंधे के ब्लेड का हिस्सा होता है. कंधा शरीर का सबसे लचीला जोड़ है, जिससे इसके खिसकने (Kandha Khisakna) की संभावना अधिक होती है. अगर आपको संदेह है कि कंधा अपनी जगह से खिसक गया है, तो डॉक्टर से जरूर मिलें. आइए जानते हैं कि शोल्डर डिस्लोकेशन (Kandha Girna) की वजह क्या होती है, इसके रिस्क फैक्टर (Risk Factor) क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है.
कंधे के खिसकने के लक्षण (Symptoms of Dislocated Shoulder)
- स्पष्ट रूप से विकृत या अपनी जगह से बाहर निकला हुआ कंधा.
- सूजन या चोट लगना.
- तेज दर्द.
- जोड़ को हिलाने में असमर्थता.
- सुन्नता, कमजोरी या झुनझुनी भी हो सकती है, जैसे गर्दन में या बांह के नीचे. कंधे की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है, जिससे दर्द बढ़ सकता है.
डॉक्टर से कब मिलें (When to see a doctor)
कंधे की हड्डी खिसकने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें. जब तक आप डॉक्टर से नहीं मिल रहे, इन बातों का ध्यान दें.
कंधे के जोड़ को उसी स्थिति में स्प्लिंट या स्लिंग करें, जिस स्थिति में वह है. कंधे को हिलाने या जबरदस्ती वापस अपनी जगह पर लाने की कोशिश न करें. यह कंधे के जोड़ और उसके आसपास की मांसपेशियों, नसों या रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है.
घायल जोड़ पर बर्फ लगाएं.
Risk Factor: कंधे का खिसकना अधिकतर किशोरावस्था और 20 से 30 साल की उम्र के लोगों में अधिक देखा जाता है.
शोल्डर डिस्लोकेशन के कारण (Causes Of Dislocated Shoulder)
- कंधे का जोड़ शरीर का सबसे अधिक बार विस्थापित होने वाला जोड़ है, क्योंकि यह कई दिशाओं में चलता है, कंधा आगे, पीछे या नीचे की ओर खिसक सकता है. यह पूरी तरह या आंशिक रूप से डिसलोकेट हो सकता है.
- फुटबॉल और हॉकी जैसे खेलों में शोल्डर डिस्लोकेशन एक आम चोट है. यह उन खेलों में भी आम है जिनमें गिरना शामिल हो सकता है, जैसे डाउनहिल स्कीइंग, जिमनास्टिक और वॉलीबॉल.
- मोटर वाहन दुर्घटना के दौरान कंधे पर ज़ोरदार झटका लगने से डिस्लोकेशन हो सकती है.
- सीढ़ी से या ढीले गलीचे पर फिसलने से, कंधे की हड्डी खिसक सकती है.
किन लोगों में होता है कंधा उतरने का ज्यादा खतरा (Risk Factor: Who is Most at Risk For Shoulder Dislocation?)
कंधे का खिसकना अधिकतर किशोरावस्था और 20 से 30 साल की उम्र के लोगों में अधिक देखा जाता है. ऐसे में कई जोखिम भी इस चोट से जुड़े हैं.
- कंधे के जोड़ को मजबूत करने वाली मांसपेशियों और टेंडन का फटना.
- कंधे के जोड़ में या उसके आसपास नस या रक्त वाहिका को नुकसान.
- बार-बार डिसलोकेशन होने की संभावना अधिक हो जाती है, खासकर अगर चोट गंभीर हो. नसों या रक्त वाहिकाओं को मरम्मत के लिए सर्जरी की जरूरत भी हो सकती है.
बचाव के उपाय (Preventive Measures)
- गिरने और कंधे की अन्य चोटों से बचने के लिए सावधानी बरतें.
- जोड़ों और मांसपेशियों में मजबूती और लचीलापन बनाए रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें.
- कंधे के जोड़ के खिसकने से भविष्य में कंधे के खिसकने का खतरा बढ़ सकता है. बार-बार ऐसी चोट से लगने से खुद को बचाएं.
- खेलते समय जरूरी पैड्स वगैरह पहनें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)