World Malaria Day 2025: मलेरिया की रोकथाम और जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 25 अप्रैल को वर्ल्ड मलेरिया डे मनाया जाता है. बहुत से लोगों को लगता है कि डेंगू और मलेरिया एक ही बीमारी है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. हालांकि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मच्छर जनित बीमारियां हैं, यानि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां हैं. जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करती हैं. हालांकि, इनके लक्षण और कारणों में काफी अंतर है. इन दोनों बीमारियों को समझना और इनसे बचाव करना बहुत जरूरी है.
डेंगू और मलेरिया में अंतर (Difference Between Dengue And Malaria)
1. बीमारी का कारण
डेंगू: डेंगू वायरस के चार प्रकार होते हैं और यह मादा एडीज मच्छर (Aedes mosquito) के काटने से होता है.
मलेरिया: मलेरिया परजीवी प्लाज्मोडियम (Plasmodium parasite) के कारण होता है, जो मादा एनोफिलीज मच्छर (Anopheles mosquito) के काटने से फैलता है.
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2. लक्षणों में अंतर
डेंगू:
- अचानक तेज बुखार
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट
- सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
मलेरिया:
- ठंड लगना और पसीने के साथ बुखार
- शरीर में कमजोरी और थकावट
- मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी और मतली
- खून की कमी (एनीमिया)
3. संक्रमण का समय
- डेंगू: मच्छरों का संक्रमण दिन में ज्यादा होता है.
- मलेरिया: मलेरिया मच्छरों का काटना मुख्य रूप से रात में होता है.
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4. गंभीरता और जटिलताएं
डेंगू:
- डेंगू हेमोरेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम जैसी गंभीर परिस्थितियों का खतरा.
- ज्यादा प्लेटलेट्स की कमी से इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है.
मलेरिया:
- सेरेब्रल मलेरिया और मल्टी-ऑर्गन फेलियर जैसी गंभीर जटिलताएं.
- अगर इलाज न किया जाए तो मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है.
5. उपचार और बचाव
- डेंगू: कोई विशेष दवा नहीं, लक्षणों के आधार पर इलाज, प्लेटलेट्स बढ़ाने पर ध्यान दिया जाता है.
- बचाव के लिए मच्छरदानी, मॉस्किटो रिपेलेंट और पानी जमा न होने देने पर जोर दिया जाता है.
मलेरिया:
- मलेरिया का इलाज एंटीमलेरियल दवाओं दी जाती हैं.
- बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करना प्रभावी है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर सुनील राणा, एसोसिएट डायरेक्टर एंड हेड, इंटरनल मेडिसिन, एशियन हॉस्पिटल के अनुसार, मलेरिया और डेंगू दोनों ही गंभीर बीमारियां हैं, लेकिन इनके लक्षणों और उपचार में अंतर होता है. मलेरिया में बुखार रुक-रुक कर आता है और ठंड लगती है, जबकि डेंगू में बुखार के साथ प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट होती है. शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए आप लिक्विड का सेवन कर सकते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि घरेलू उपाय लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन सही डायग्नोस और सही दवा जरूरी है. बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी कदम उठाना खतरनाक हो सकता है.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)