बीजिंग: पूरी दुनिया इस समय कोरोनावायरस से लड़ने और इसके फैले प्रकोप से निकलने की जुगत में लगा है. लोग कोरोना वायरस के चपेट में न आएं इसके लिए वैज्ञानिक तरह-तरह के वैक्सिन और दवाइयों के शोध में लगे हुए हैं. इसी बीच चीन से एक बुरी खबर सामने आ रही है. दरअसल चीन में कोरोना का जो कहर पिछले साल जनवरी में शुरू हुआ था, उसके लौटने का खतरा मंडराने लगा है. चीन में 100 करोड़ से ज्यादा नागरिकों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बावजूद संक्रमण फैल रहा है और यही वजह है कि चीन ने 40 लाख की आबादी वाले शहर लानझोऊ में लॉकडाउन लगा दिया है.
लानझोऊ शहर के प्रशासन ने कहा है कि सभी आवासीय इलाकों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. आपात जरूरतों के अलावा किसी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी. इस दशहत का असर चीन की राजधानी बीजिंग में दिखाई पड़ रही हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग अपना कोविड टेस्ट कराने कोविड टेस्ट सेंटर पहुंच रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि कोरोना वायरस के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. नागरिकों से कहा गया है कि वे आपात जरूरतों को छोड़कर घरों से बाहर न निकलें. लानझोऊ प्रशासन ने सभी स्थानीय निकायों, आवासीय कॉलोनी और अन्य संस्थानों से कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा है.
चीन में 29 कोरोना मरीजों का पता चला है, जिसमें ज्यादातर लानझोऊ शहर में बताए जा रहे हैं. चीन सरकार का कहना है कि कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के मामले कई शहरों में सामने आ रहे हैं. और इसके लिए बाहर से चीन आ रहे लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहा है.
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आपको बता दें कि हाल ही में चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने ऐलान किया था कि देश में 224 करोड़ से ज्यादा कोविज वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं और वो वैक्सीनेशन अभियान पूरा करने की ओर है. लेकिन अब फिर कोरोना के बढ़ते मामलों ने चीन की चिंता बढ़ा दी है. चीन में ही पिछले साल जनवरी में कोरोना के सबसे पहले मामले का पता चला था. माना जाता है कि चीन के शहर वुहान के मीट मार्केट से ही वायरस फैला और थोड़े ही समय में पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ गई.