Expiry date or Self Life of Medicine : आज के समय में हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या के चलते कोई-न-कोई दवा का सेवन कर ही रहा है. कई बार तो हम नॉर्मल पेन किलर अपने घर में रखते हैं ताकि कभी जरूरत पड़े तो ले पाएं. लेकिन कुछ दवाइयां लंबे समय तक इस्तेमाल में नहीं आती और एक्सपायरी डेट के पहले ही उसकी सेल्फ लाइफ खत्म हो जाती है. एक्सपायरी डेट से एक साल दूर होने के बावजूद कई दवाइयां एक्सपायर हो जाती हैं और इस्तेमाल करने लायक नहीं बचती. अब आप सोचेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है, जब एक्सपायरी डेट नहीं आई है तो दवाई इस्तेमाल में लेने लायक कैसे नहीं बची? तो आपको बता दें कि किसी भी दवाई की एक्सपायरी डेट और सेल्फ लाइफ दोनों अलग-अलग होते हैं.
दवा की सेल्फ लाइफ और एक्सपायरी (Expiry date and Self Life)
क्या है एक्सपायरी डेट?
एक्सपायरी डेट हमेशा स्पष्ट रूप से लिखी होती है. लेकिन किसी भी प्रोडक्ट पर उसकी सेल्फ लाइफ को एक सिंबल यानी कि एक प्रतीक के रूप में दिखाया जाता है. शेल्फ लाइफ का मतलब उस प्रोडक्ट को खोलने के बाद उसे कितने दिनों तक उपयोग में लिया जा सकता है, वो दर्शाया जाता है.
कैसे पहचाने सेल्फ लाइफ
उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो किसी भी दूध का टेट्रा पैक खोलने के बाद उसे सिर्फ 48 घंटे तक ही इस्तेमाल में लिया जा सकता है. भले ही उसकी एक्सपायरी डेट कुछ महीनों बाद की हो. इसी प्रकार स्किन प्रोडक्ट्स पर भी लेबल में शेल्फ लाइफ सिंबल मौजूद रहते हैं जिनपर हम ध्यान नहीं देते.
क्या हो सकता है नुकसान
आपको बता दें कि ऐसे प्रोडक्ट्स जिन पर सेल्फ लाइफ का सिंबल बना होता है या फिर बेस्ट बिफोर यूज लिखा होता है इसे ध्यान में रखते हुए हमें प्रोडक्ट्स या दवाईयां इस्तेमाल में लेनी चाहिए क्योंकि ये एक्सपायरी डेट से भी ज्यादा जरूरी होती हैं. इनके सेल्फ लाइफ से ज्यादा समय के बाद यूज करने पर एलर्जी, या रेशेज जैसे अन्य नुकसान झेलने पड़ सकते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)