हर्ली स्ट्रीट चिकित्सक और माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ. एडवर्ड बैच द्वारा सन 1900 के प्रारंभ में 38 उपचार पद्धतियों की खोज की गई है, वह मूल रूप से 37 फूलों और झरने के पानी के अर्क से बने हैं. इस अर्क में हर फुल और झरने के पानी का सिग्नेचर वाइब्रेशन कैप्चर रहता है, जिसे एल्कोहल के द्वारा प्रज्वलित किया जाता है. यह जो अर्क होता है उनमें कोई जैव रासायनिक पदार्थ नहीं होता है, वे स्रोत से शुद्ध ऊर्जावान प्रभाव के होते हैं.
डॉ. बैच के अनुसार, जिन 37 फूलों को और झरने के पानी को उपचार के लिए चुना जाता है, उनमें से एक उपचार के लिए झरने का पानी "उच्च कंपन" का माना जाता है. इसका मतलब है कि जिस फ्रीक्वेंसी पर वे फूल कंपन करते हैं, वह अन्य जीवित प्राणियों की और मानवों की फ्रीक्वेंसी की तुलना में अधिक है.
मानवीय भावनाएं उस कंपन फ्रीक्वेंसी के साथ प्रतिध्वनित होती हैं, जो वे उत्पन्न करते हैं. वाइब्रेशनल फ्रीक्वेंसी जितनी अधिक होगी, हमारी कोशिकाओं में उतना ही अधिक विस्तार और जीवन शक्तिबढ़ेगी. कम कंपन की फ्रीक्वेंसी, अधिक संकुचन से हमारी कोशिकाओं में जीवन बल कम होता है. उदाहरण के लिए, इनलाइटमेंट में 700+ की उच्चतम फ्रीक्वेंसी और ऊर्जा का सबसे बड़ा विस्तार है. आनंद की वाइब्रेशन फ्रीक्वेंसी 540 है और विशाल है. क्रोध की कंपन आवृत्ति 150 है और संकुचनशील है.
डॉ वैलेरी हंट ने यूसीएलए में 27 साल से ज्यादा इस मामले में शोध किए. उसमें वे हाई बायो-इलेक्ट्रिक फील्ड को बुद्धिमत्ता, कम तनाव, भावनाओं का संतुलन, शारीरिक स्वास्थ्य, उच्च स्तरिय भावनात्मक संतुलन से जोडते हैं. और अपनी इस बात को वे स्पष्टता के साथ रखते हैं.
उच्च फ्रीक्वेंसी के साथ बैच फ्लावर थेरेपी के सार से किए जानेवाले उपचार सकारात्मक भावनाओं और सर्वांगीण कुशलता के अनुरूप है. जब इन्हें लिया जाता है, तो ये उपाय कम फ्रीक्वेंसी (नकारात्मक भावनाओं के अनुरूप) के कंपन को तालमेल देते हैं और उन्हें सकारात्मक में बदल देते हैं. इससे हमारे शरीर में होने वाले लाभकारी न्यूरोपेप्टाइड की उत्पत्ति के परिणामस्वरूप हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है. जैसे की यह उपाय भय की फ्रीक्वेंसी को आनंद की फ्रीक्वेंसी में बदलता है, एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल के रिलीज के वजह से वो एंडोर्फिन रिलीज करता है. जिससे हमारे सुचारु रक्त प्रवाह और प्रतिरक्षा प्रणाली को पोषण मिलता है.
ब्रूस लिप्टन, बायोलॉजी ऑफ बिलीफ फेम ने सकारात्मक भावनाओं के माध्यम से हमारे स्वास्थ्य को मजबूत करके हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ाने के लिए इस दृष्टिकोण पर भी चर्चा की है और डॉ. द्वारा अपने ऐतिहासिक शोध में यह साबित हुआ है.
इस प्रकार, यह मानना तर्कसंगत है कि बैच फ्लावर थेरेपी संक्रमणों से लड़ने के लिए हमारी इम्युनिटी को बढ़ाता है. जो कोरोना वायरस में लाभदायक है. जिसे लगभग 5.5 हर्ट्ज से 14.5 हर्ट्ज की अनुकंपन फ्रीक्वेंसी के साथ कम कंपन कहा जाता है. यह माना जाता है कि, उच्च फ्रीक्वेंसी रेंज में यह 25.5 हर्ट्ज से ऊपर है. यह विशिष्ट बैच फ्लावर थेरेपी महामारी के खिलाफ प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
सेंचुरी - सुरक्षात्मक प्रणाली बनाने के लिए
वॉलनट - इस प्रणाली को मजबूत करने के लिए
जेंटियन - आशावाद की मानसिकता को प्रेरित करने के लिए
ऐस्पन - चिंता को कम करने के लिए
क्रैब एप्पल- दूषित ऊर्जा से बचने के लिए
इन उपाय को 500 मिलीलीटर पीने के पानी के साथ मिलाकर (प्रत्येक रेमेडी का 10 बूंदे ) पूरे दिन पीया जा सकता है. साथ ही डिफ्युजर में में 100 मिलीलीटर पानी के साथ (प्रत्येक रेमेडी का 5 बुंदे) मिश्रित करके इन्सानों पर और साथ ही उनके आसपास के जगहों पर पर छिड़काव किया जा सकता है.
आज कोरोना वायरस के दौर में इसे महत्वपूर्ण सुझाव के रूप में बताया जा सकता है. एक सुरक्षात्मक उपाय के रूप में बाख पुष्प रेमेडी को दिन में 3 से 4 टाईम दैनिक रूप से पीना / छिड़काव आदि प्रकार से इस्तेमाल में लाया जा सकता है.
(यह लेख इंद्रनील मुखर्जी, बैच फ्लावर थेरेपिस्ट से बातचीत पर आधारित है.)