आयुर्वेद की कड़वी जड़ी-बूटी चिरायता कई बीमारियों के लिए रामबाण, जानें इस औषधीय जड़ी-बूटी के फायदे नुकसान

Chirata Health Benefits: चिरायता के औषधीय गुण और प्रभावशाली फायदे के अलावा, इसके कई दुष्प्रभाव भी हैं. इसलिए इसके इस्तेमाल के दौरान खास सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं.

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Chirata Health Benefits: चिरायता सदियों से कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है.

Health Benefits of Chirata: आयुर्वेदिक में चिरायता को एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है. यह एक ऐसी कड़वी जड़ी-बूटी है जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है. कड़वे स्वाद और औषधीय गुणों से भरपूर चिरायता का उपयोग सदियों से कई बीमारियों के इलाज में किया जाता रहा है. पाचन से लेकर गंभीर बुखार, लिवर संबंधी समस्याओं और त्वचा रोगों तक के इलाज में उपयोग की जाती है. हालांकि, फायदे के साथ-साथ इसके कई दुष्प्रभाव भी हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है.

चिरायता के फायदे (Chirata Ke Fayde)

पाचन तंत्र को सुधारने में चिरायता खासतौर रूप से मदद करता है. अपच, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देने और भूख को बढ़ाने में यह सहायक होता है. यह बुखार, खासतौर पर मलेरिया के इलाज में काफी कारगर पाया गया है. लिवर डिटॉक्स के लिए भी यह एक प्रभावी उपाय माना जाता है. हेपेटाइटिस और अन्य लिवर संबंधी रोगों में इसके सेवन से लाभ मिल सकता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार साबित हो सकता है.

त्वचा रोगों के इलाज में भी चिरायता का इस्तेमाल किया जाता है. फोड़े-फुंसी, एग्जिमा और खुजली जैसी समस्याओं से राहत देने में यह मदद करता है. इसके साथ ही यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. खांसी को ठीक करने में भी चिरायता काफी लाभदायक होता है, चिरायता का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी ठीक हो जाती है. इसके सूखे पत्ते कम करने में भी मदद करते हैं.

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चिरायता के औषधीय गुण और प्रभावशाली फायदे के अलावा, इसके कई दुष्प्रभाव भी हैं. इसलिए इसके इस्तेमाल के दौरान खास सावधानियां बरतनी जरूरी होती हैं.

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चिरायता के नुकसान (Chirata K Nuksan)

चिरायता कड़वे स्वाद के कारण कुछ लोगों को मतली या उल्टी जैसी समस्या हो सकती है. यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है, ऐसे में लो बीपी के मरीजों के लिए खतरा रह सकता है. ऐसे में लो बीपी के मरीजों को इसके सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी चिरायता का सेवन मेडिकल कंस्टेशन के बिना नहीं करना चाहिए. कई बार लोग ज्यादा मात्रा में इसका सेवन कर लेते हैं और फिर उन्हें सिरदर्द, चक्कर, पेट में जलन जैसी समस्याएं हो जाती हैं.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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