Ashwagandha for Thyroid: क्या है थायराइड, क्यों होता है और कैसे अश्वगंधा देती है फायदा

Ashwagandha Benefits in Hindi : दूसरी तरह के थायराइड (हायपरथायरोडिज्म) में गण्डमाला होने का खतरा बना रहता है. अश्वगंधा और दूध के भी कई सेहत से जुड़े कई लाभ हैं.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins
अश्वगंधा थाइरॉयड में फायदेमंद है.

क्या है थाइरॉयड (What is Thyroid):  आज जिस जीवनशैली में हम जी रहे हैं उसमें थायराइड एक आम समस्या बनी हुई है. दरअसल (Thyroid) गले में स्थित एक ग्रंथि है, जो थायरोक्सिन नामक हार्मोन बनाती है. यह हार्मोन चयापचय प्रक्रिया को सही रखने में मददगार होता है. तो आप समझ सकते हैं कि अगर थायरॉइड ग्रंथि सही से काम कर रही है तो यह आपके मेटाबॉलिज्म यानी भोजन को ऊर्जा में बदलने के काम को बेहतर तरीके से अंजाम दे सकते हैं. लेकिन जैसे ही थायरॉइड हार्मोन कम या ज्यादा होना शुरू होता है हमारे शरीर में तमाम दिक्कते होंने लगती हैं. (पढ़ें- फीमेल कॉन्‍डोम इस्‍तेमाल करते वक्‍त ध्‍यान रखें ये बातें...)

 

ये 6 घरेलू उपाय दूर करेंगे छाले, देंगे दर्द से राहत

 

क्या सेक्स के दौरान उनकी कुछ बातें आपको पसंद नहीं? तो ऐसे बताएं उन्हें..

 

अश्वगंधा थाइरॉयड में फायदेमंद है (Ashwagandha for Thyroid)

 

Ashwagandha for Thyroid: अश्वगंधा एक प्राकृतिक औषधि है.

Photo Credit: iStock

थायराइड के प्रकार (Types of Thyroid): 
थायराइड दो तरह का होता है. पहला थायरोक्सिन हार्मोन हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) जिसकी कमी की बच्चों में बौनापन और वहीं बड़ों में सबकटॅनेअस चरबी बढ़ जाती हैं. दूसरी तरह के थायराइड (हायपरथायरोडिज्म) में गण्डमाला होने का खतरा बना रहता है. अश्वगंधा और दूध के भी कई सेहत से जुड़े कई लाभ हैं.

जादू की तरह कम होगा बेली फैट, इस तरह कलौंजी करेगी यह कमाल...

क्यों होता है थायराइड (Thyroid Diseases - Causes)
थायरोक्सिन की निष्क्रियता के कारण हाइपोथायरायडिज्म हो सकता हैं. आयोडीन की कमी के कारण थकान, सुस्ती हो सकती है. इसकी वजह होता है हार्मोनल असंतुलन. इसका अगर इलाज न किया जाए तो यह मायक्झोएडेमा पैदा कर सकता है. इसमें स्किन और ऊतकों में सूजन की शिकायत हो सकती है.

Advertisement

Ulcerative Colitis: कारण, लक्षण और उपचार

14 Home Remedies जो दिलाएंगी केविटी से छुटकारा...

अश्वगंधा से करें थायराइड का इलाज ( Ashwagandha for Thyroid Health ) 
ऐसा कौन सा रोग है जिसका उपचार आयुर्वेदिक में नहीं... तो चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह आप आयुर्वेद के इस्तेमाल से थायराइड का इलाज कर सकते हैं. इसके लिए आपको इस्तेमाल में लाना होगा अश्वगंधा. अश्वगंधा से दोनों ही तरह के थायराइड में फायदा उठाया जा सकता है. 

Advertisement

अदरक के फायदे: क्या आप जानते हैं अदरक के इन 8 फायदों के बारे में

अश्वगंधा के फायदे - ( Ashwagandha Benefits in Hindi )

  • अश्वगंधा एक प्राकृतिक औषधि है. यह एक शक्तिवर्धक औषधि है. अश्वगंधा की मदद से थाइरॉइड पर नियंत्रण किया जा सकता है. इसके लिए आप चाहें तो आप चाहे तो इसकी पत्तियों या जड़ों को उबाल कर पी सकते हैं. 
  • इतना ही नहीं अश्वगंधा कैंसर के खतरे को भी कम करती है. इसके लिए आपको करना बस यह है कि 200 से 1100 मिलीग्राम अश्वगंधा चूर्ण लें. इसे चाय में मिलकार इस्तेमाल करें. आप चाहें तो इसमें तुलसी के पत्ते भी ड़ाल सकते हैं. 
  • हायपोथायरायडिज्म का इलाज भी अश्वगंधा की मदद से किया जा सकता है. इसके लिए आपको महायोगराज गुग्गुलु और अश्वगंधा को एक साथ इस्तेमाल करें. 
  • अश्वगंधा के नियमित इस्तेमाल से आप ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं. 
  • यह आपकी कार्यक्षमता को बढ़ाता है. 
  • अश्वगंधा शरीर के हार्मोन इंबैलेंस को संतुलित रखता है. 
  • टेस्टोस्टेरोन और एण्ड्रोजन हार्मोन को बढ़ाने में अश्वगंधा काफी सहायक हो सकता है.
  • तो आज ही उठाएं अश्वगंधा से ये फायदे और हमें दें अपनी राय. 

और घरेलू नुस्खों के लिए क्लिक करें. 

Featured Video Of The Day
India-Pakistan Tension के बीच IPL 2025 Suspended, बाकी मैच August में होने की संभावना