AIIMS के अध्ययन में खुलासा, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में दो दवाओं का कॉम्बिनेशन प्रभावी

Two-drug Combo For Blood Pressure: इस अध्ययन में 3 ड्रग कॉम्बिनेशन की तुलना की गई. इसमें एम्लोडिपिन प्लस पेरिंडोप्रिल, एम्लोडिपिन प्लस इंडापामाइड और पेरिंडोप्रिल प्लस इंडापामाइड शामिल हैं.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) दुनियाभर में मृत्यु का प्रमुख जोखिम कारक है.

Best Medicine For High BP: दो ब्लड प्रेशर की दवाओं वाली एक गोली का उपयोग दक्षिण एशियाई लोगों, खासतौर से भारतीयों में हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए एक सुरक्षित और ज्यादा प्रभावी तरीका है. यह नई जानकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ब्लड प्रेशर को लेकर की गई एक स्टडी में सामने आई. सेंटर फॉर क्रॉनिक डिजीज कंट्रोल (सीसीडीसी) और इंपीरियल कॉलेज लंदन, यूके के सहयोग से किए गए इस अध्ययन में 3 ड्रग कॉम्बिनेशन की तुलना की गई. इसमें एम्लोडिपिन प्लस पेरिंडोप्रिल, एम्लोडिपिन प्लस इंडापामाइड और पेरिंडोप्रिल प्लस इंडापामाइड शामिल हैं.

दो ड्रग कॉम्बिनेशन वाली गोलियों का टेस्ट

दक्षिण एशियाई लोगों पर 3 अलग-अलग दो ड्रग कॉम्बिनेशन वाली गोलियों का परीक्षण किया गया. पहले परीक्षण में भारत के 32 अस्पतालों में अनकंट्रोल हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित 1,200 से ज्यादा मरीज शामिल थे.

यह भी पढ़ें: हाइड्रेट रहने के 4 स्मार्ट तरीके, ये काम करेंगे तो कभी नहीं शरीर में पानी की कमी

स्टडी में क्या सामने आया?

नेचर मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में खुलासा हुआ कि "3 कॉम्बिनेशन ने ब्लड प्रेशर कम करने में समान रूप से अच्छा काम किया और मरीजों के लिए सुरक्षित थे."

निष्कर्षों से पता चला कि दोनों दवाओं के कॉम्बिनेशन में से किसी एक के प्रयोग से 6 महीने बाद ब्लड प्रेशर में गिरावट आई. इसमें 24 घंटों में मापने पर लगभग 14/8 एमएमएचजी और क्लिनिक में लगभग 30/14 एमएमएचजी का गिरावट दर्ज किया गया.

लगभग 70 प्रतिशत रोगियों का BP कंट्रोल में आ गया 

एम्स दिल्ली में कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अंबुज रॉय ने कहा, "लगभग 70 प्रतिशत रोगियों का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में आ गया, जो वर्तमान राष्ट्रीय औसत से बहुत बड़ा सुधार है. साथ ही गोलियां सुरक्षित और उपयोग में आसान थीं. यह अध्ययन बेहतर हाई ब्लड प्रेशर देखभाल के लिए साफ मार्गदर्शन प्रदान करता है."

Advertisement

क्या कहते हैं एक्सपर्ट...?

सीसीडीसी के कार्यकारी निदेशक डॉ. दोराईराज प्रभाकरन ने कहा, "यह अध्ययन दर्शाता है कि दो दवाओं के मिश्रण से बनी एक गोली भारतीय और दक्षिण एशियाई रोगियों में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का एक सरल और प्रभावी तरीका हो सकता है."

यह भी पढ़ें: आंतों को हेल्दी और मजबूत बनाने के लिए 5 रामबाण घरेलू उपाय, सुपरफास्ट तरीके से काम करेगी आपकी गट

Advertisement

भारत में 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को हाई बीपी

हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) दुनियाभर में मृत्यु का प्रमुख जोखिम कारक है और अकेले भारत में 30 करोड़ से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं. इसका जल्द और प्रभावी उपचार हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेलियर को रोक सकता है. परिणामों से पता चला कि किसी भी दोहरी दवा चिकित्सा से लगभग 70 प्रतिशत रोगी 140/90 एमएमएचजी से नीचे के रिकमंडेड ब्लड प्रेशर लक्ष्य तक पहुंच गए, जो भारत की वर्तमान औसत कंट्रोल रेट से पांच गुना ज्यादा है.

बहुत कम लोगों में देखा गया दुष्प्रभाव

3 प्रतिशत से भी कम रोगियों ने इलाज रोकने के लिए पर्याप्त गंभीर दुष्प्रभावों की सूचना दी. प्रभाकरन ने कहा, "ये निष्कर्ष डॉक्टरों और पॉलिसी मेकर को मार्गदर्शन करने में मदद कर सकते हैं. अगर इन गोलियों को भारत की जरूरी दवाओं की लिस्ट में शामिल किया जाए और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाए, तो ये ब्लड प्रेशर कंट्रोल में काफी सुधार कर सकती हैं."

Advertisement

How to Control Constipation: गैस, अपच,अफारा, कब्ज के घरेलू नुस्खे

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
सालों से बना बैठा था अघोरी, अब निकला Drug Mafia! | Hanumangarh | Mahakal | Ujjain