Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद के बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर में अहमदाबाद विमान हादसे में मारे गए 265 लोगों के परिजन ब्लड सैंपल देने के बाद इंतजार कर रहे हैं. ये इंतजार है, अपनों के शवों का. इंतजार कर रहे इन परिजनों की मानसिक स्थिति का अंदाजा लगाना भी बेहद मुश्किल है. इनमें से किसी का भाई, किसी का बेटा, किसी की बहन और किसी का पिता, विमान हादसे में मारा गया है. लेकिन शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि इनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में प्रशासन ने डीएनए टेस्ट कर शवों की पहनाच करने का फैसला लिया. अहमदाबाद पहुंचे सभी परिजनों के ब्लड सैंपल लेकर जांच की जा रही है. अब तक विमान हादसे में मारे गए लोगों में से छह के शव परिजनों को सौंप दिये गए हैं.
मारे गए लोगों में से छह की हुई शिनाख्त
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों में से छह की शिनाख्त करने के बाद उनके शव उनके परिजनों को सौंप दिये गये. बृहस्पतिवार को हुए हादसे के बाद कम से कम 265 शवों को पोस्टमार्टम के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया था. निरीक्षक चिराग गोसाई ने बताया कि इनमें से केवल छह की शिनाख्त हो पाई क्योंकि उनके चेहरे पहचाने जा सकने की हालत में थे. उन्होंने बताया कि अन्य शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है इसीलिए उनकी शिनाख्त के लिए डीएनए जांच की जा रही है.
बीजे मेडिकल कॉलेज में हो रही DNA जांच
पोस्टमार्टम कक्ष में मामले देख रहे गोसाई ने कहा, ‘हमने छह शव उनके परिजनों को सौंप दिए हैं. हमने शवों की पहचान के लिए डीएनए के नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि पूरी तरह झुलस चुके शवों की पहचान की जा सके. 215 मृतकों के रिश्तेदारों ने अपने नमूने देने के लिए हमसे संपर्क किया है.' उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम कक्ष में पहुंचने वाले परिजनों से जानकारी जुटाने के बाद उन्हें डीएनए के नमूने देने के लिए बीजे मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है. निरीक्षक ने बताया, ‘डीएनए नमूने के मिलान की प्रक्रिया पूरी होने में करीब 72 घंटे लगेंगे. एक बार मिलान हो जाने पर शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे.'
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई171) विमान बृहस्पतिवार दोपहर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघाणी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे. इस दुर्घटना में सिर्फ एक यात्री बच पाया. विमान में दो पायलट सहित चालक दल के 10 सदस्य भी थे. हवाई अड्डे के बाहर बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर में मारे गए लोगों में चार एमबीबीएस छात्र और एक चिकित्सक की पत्नी भी शामिल हैं.
कैसे होता है DNA टेस्ट?
डीएनए टेस्ट करने के लिए मृतक के परिजन ब्लड सैंपल चाहिए होता है, जो उनसे खून के रिश्ते में आते हों. इसमें माता-पिता, मृतक के बच्चे, भाई, बहन, दादा दादी या चाचा ताऊ हो सकते हैं. इसमें प्रोफाइलिंग के लिए महिलाओं का एक्स और पुरुषों का वाई सैंपल लेकर जांच की जाती है. डीएनए जांच के लिए एक्सपर्ट्स सबसे पहले मृतक के शरीर के बच्चे हुए हिस्से से कुछ पार्ट्स निकालते हैं. इनमें अगर स्किन है तो सबसे पहले स्किन का सैंपल लिया जाता है. अगर शव पूरी तरह जल गया है तो दांत, फीमर यानी जांघ की हड्डी, बाल या टिश्यू लेकर जांच करते हैं. मृतक के सैंपल लेने के बाद उनके परिजन के सैंपल निकाले जाते हैं.
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