- गुजरात के गिरनार जंगल के पास भोलानाथ गौशाला में नवरात्रि के दौरान 3 शेर यज्ञ देखते हुए शांत बैठे नजर आए
- यह घटना महादेव मंदिर के नजदीक अष्टमी के यज्ञ के दौरान हुई, जहां शेर मंत्रोच्चार सुनकर रुके रहे
- तीनों शेर यज्ञ कुंड के पास से गुजरे और मंत्र सुनते ही वहीं बैठ गए और यज्ञ खत्म होने तक हिले नहीं
विजयादशमी से पहले नवरात्रि के दौरान, गुजरात के गिरनार जंगल के नजदीक से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने देखने वालों को हैरत में डाल दिया है. यह वीडियो गिरनार के पास भोलानाथ गौशाला में चल रहे एक यज्ञ के दौरान का है, जहां तीन जंगली शेर पूरी शांति के साथ यज्ञ की प्रक्रिया को देखते हुए बैठे नजर आए। सोशल मीडिया पर यह दृश्य खूब वायरल हो रहा है और इसकी काफी चर्चा है.
महादेव मंदिर के पास का अद्भुत नजारा
यह विस्मयकारी घटना गिरनार जंगल के पास भोलानाथ गौशाला स्थित महादेव मंदिर के नजदीक घटी. एसीएफ सुनील प्रजापति ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि, "यह वीडियो भोलेनाथ गौशाला में महादेव मंदिर के पास का है. नवरात्रि के दौरान अष्टमी का यज्ञ चल रहा था, तभी ये तीन शेर वहां आकर यज्ञ के दौरान बैठे हुए नजर आए. शेरों ने किसी को भी परेशान नहीं किया." वीडियो में देखा जा सकता है कि तीनों शेर यज्ञ कुंड से थोड़ी दूरी पर एकदम शांति से बैठे हैं और मंत्रोच्चार सुनते रहे.
मंत्रोच्चार सुनते ही बैठ गए शेर
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ये तीनों शेर गौशाला के नजदीक से गुजर रहे थे. जैसे ही वे यज्ञ कुंड के पास से गुजरे और मंत्रोच्चार की ध्वनि उनके कानों में पड़ी, वे वहीं पर बैठ गए. यह सबसे चौंकाने वाली बात थी कि जब तक यज्ञ पूरा नहीं हुआ, तीनों शेर अपनी जगह से नहीं हिले. यज्ञ पूरा होने के बाद वे खुद ही वहां से चले गए.
बिना खौफ के ब्राह्मणों ने किया यज्ञ
इस पूरी घटना का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पहलू यज्ञ कर रहे कर्मकांडी ब्राह्मणों की शांति थी. जंगली शेरों को पास बैठे देखकर भी ब्राह्मणों ने बिना किसी खौफ या घबराहट के शांतिपूर्वक अपना यज्ञ जारी रखा. उन्होंने शेरों को किसी भी तरह से परेशान नहीं किया और इसी वजह से शेर भी पूरी शालीनता से बैठे रहे. गिरनार जंगल के आसपास कई मंदिर हैं जहां शेरों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन यज्ञ में इतनी देर तक शांति से बैठे रहने का यह अद्वितीय दृश्य पहली बार सामने आया है. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
महेंद्र प्रसाद की रिपोर्ट