- हैदराबाद निवासी डॉक्टर अहमद मोहियुद्दीन सय्यद बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार
- आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत से सीधा संपर्क होने और हथियारों के साथ राइसिन जहर बनाने का खुलासा
- दो ग्लॉक पिस्टल, एक बेरेटा पिस्टल, 30 जिंदा कारतूस, चार लीटर कैस्टर ऑयल बरामद
गुजरात एटीएस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. अहमदाबाद से एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जो भारत में बड़ा आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा था. आरोपी का नाम अहमद मोहियुद्दीन सय्यद है, जो हैदराबाद का रहने वाला और पेशे से डॉक्टर है. अहमद के आतंकी संगठन आईएसकेपी (Islamic State Khorasan Province) से सीधे संपर्क होने की बात सामने आई है.
अहमद के पास से क्या कुछ मिला
गुजरात एटीएस को जानकारी मिली कि हैदराबाद निवासी अहमद मोहियुद्दीन सय्यद भारत में आतंकी हमले की साजिश में शामिल है और फिलहाल अहमदाबाद पहुंच चुका है. सूचना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच और कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए. तकनीकी निगरानी और ट्रैकिंग के बाद एटीएस टीम ने अहमद की गाड़ी सिल्वर रंग की फोर्ड फिगो को अदलाज टोल प्लाजा (अहमदाबाद–मेहसाणा रोड) के पास रोका. जांच में गाड़ी से जो बरामद हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया.
- दो ग्लॉक पिस्टल
- एक बेरेटा पिस्टल
- 30 जिंदा कारतूस
- लगभग 4 लीटर कैस्टर ऑयल (जिसका इस्तेमाल राइसिन जैसे जहरीले केमिकल की तैयारी में किया जा रहा था)
पूछताछ में हुआ ये खुलासा
पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसका हैंडलर अबू खदीजा, अफगानिस्तान का रहने वाला है और ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत) से जुड़ा हुआ है. अहमद ने बताया कि उसने हथियार गुजरात के कालोल के पास एक सुनसान जगह से उठाए थे. एटीएस को यह भी पता चला कि अहमद भारत में एक घातक जहर ‘राइसिन (Ricin)' तैयार कर रहा था. उसने इस जहर को बनाने के लिए उपकरण, रॉ मटीरियल और केमिकल प्रोसेस शुरू कर दी थी. गौर करने वाली बात यह है कि अहमद ने चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई की है यानि वह मेडिकल साइंस की जानकारी का इस्तेमाल आतंकी मकसद के लिए कर रहा था.
उत्तर प्रदेश से दो और आतंकी सहयोगी गिरफ्तार
अहमद की मोबाइल डाटा और संपर्क नंबरों की जांच से एटीएस को कुछ और सुराग मिले. टीम ने उत्तर प्रदेश से दो और आरोपियों को पकड़ा है. दोनों आरोपियों को बनासकांठा (गुजरात) से पकड़ा गया. पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने अहमद को पिस्टल और कारतूसों से भरा बैग सौंपा था. इन दोनों के पास भी कट्टरपंथी विचारधारा पाई गई. जांच में खुलासा हुआ कि इन्होंने लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद के कई संवेदनशील स्थानों की रेकी की थी.
- आजाद सुलेमान शेख (उम्र 20 साल) – दर्जी का काम करता है, जिला शामली, यूपी
- मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम खान (उम्र 23 साल) – छात्र, जिला लखीमपुर खीरी, यूपी
हथियारों की डिलीवरी ड्रोन से होती थी
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उनका हैंडलर पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हथियारों की सप्लाई कराता है, जो राजस्थान के हनुमानगढ़ इलाके में गिराई जाती थी. वहीं से ये हथियार भारत में आगे पहुंचाए जाते थे. गुजरात एटीएस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. मामला यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act), भारतीय न्याय संहिता (Bharatiya Nyaya Sanhita) और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज हुआ है.
भारत में अशांति फैलाने की कोशिश
मुख्य आरोपी डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सय्यद को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 17 नवंबर 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही हैं. गुजरात एटीएस की यह कार्रवाई न सिर्फ एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करती है बल्कि यह भी बताती है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे आतंकी संगठन अब भी भारत में अशांति फैलाने की कोशिश में हैं. समय रहते एटीएस ने इस नेटवर्क का भंडाफोड़ कर कई निर्दोष लोगों की जान बचाई है.














