थैलेसीमिया रोग से पीड़ित व्यक्ति में कुछ ही लाल रक्त कोशिकाएं और बहुत कम हीमोग्लोबिन रहता है.
खास बातें
- हर साल 8 मई को वर्ल्ड थैलेसीमिया डे मनाया जाता है.
- भारत में 4 मिलियन से अधिक व्यक्ति थैलेसीमिया बीमारी से पीड़ित हैं.
- थैलेसीमिया रक्त संबंधित जेनेटिक बीमारी है.
World Thalassaemia Day 2021: हर साल 8 मई को वर्ल्ड थैलेसीमिया डे मनाया जाता है. थैलेसीमिया रक्त संबंधित जेनेटिक बीमारी है. इस दिन को मनाने का सबसे बड़ा उद्देश्य लोगों को रक्त संबंधित गंभीर बीमारी थैलेसीमिया के प्रति जागरुक करना जो इस बीमारी से जीने के लिए संघर्ष करते हैं. यह दिन थैलेसीमिया से पीड़ित सभी रोगियों और उनके माता-पिता के सम्मान में एक स्मरण दिवस है, जिन्होंने बीमारी होने के बावजूद जीवन के लिए आशा नहीं खोई है और उन सभी वैज्ञानिकों के लिए जो समर्पण के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं और बेहतर गुणवत्ता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि दुनिया भर में थैलेसीमिया से पीड़ित लोगों के जीवन में सुधार लाया जा सके. थैलेसीमिया रोग से पीड़ित व्यक्ति में कुछ ही लाल रक्त कोशिकाएं और बहुत कम हीमोग्लोबिन रहता है. इसका असर हल्के से लेकर गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है. यह बीमारी भूमध्यसागरीय, दक्षिण एशियाई और अफ्रीका में सबसे आम है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत में 4 मिलियन से अधिक व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित हैं. आपको बता दें कि थैलेसीमिया को टेस्ट करने के लिए एचबी इलेक्ट्रोफोरोसिस या एचबी ए 2 नामक एक साधारण ब्लड टेस्ट है जो यह संकेत दे सकता है कि आप वाहक हैं या थैलेसीमिया माइनर का लक्षण है. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि थैलेसीमिया की बीमारी से बचने के लिए आप किन फूड्स को डाइट में शामिल करें.
थैलेसीमिया के हैं मरीजों तो इन फूड्स का करें सेवनः
1. हरी पत्तेदार सब्जियांः