गरीबों की थाली से अमीरों की प्लेट तक: जानिए क्यों इतना खास और महंगा होता है कैवियार

What Is Caviar: कैवियार दुनिया के सबसे महंगे खाद्य पदार्थों में गिना जाता है. इसमें स्वाद के साथ साथ समय, मेहनत और खास देखभाल छिपी होती है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Caviar Benefits: कैवियार की दुनिया के सबसे महंगे फूड में होती है गिनती.

What Is Caviar: दुनिया में कुछ खाने की चीज़ें सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि उनके पीछे छिपी कहानी और खासियतों के कारण भी मशहूर होती हैं. ऐसी ही एक चीज़ है  कैवियार. जिसे आज करोड़ों की थाली का हिस्सा माना जाता है, वो कभी रोज़ खाने में इस्तेमाल होता था. सोचिए, जो चीज़ आज सुनते ही महंगाई की तस्वीर सामने ले आती है, वो एक समय में आम मछुआरों के खाने का हिस्सा थी.

क्या होता है कैवियार? (What Is Caviar?)

कैवियार असल में मछली के अंडे होते हैं, लेकिन ये किसी भी मछली के नहीं होते. ये अंडे एक खास प्रजाति की मछली स्टर्जन से निकाले जाते हैं. स्टर्जन मछली दुनिया के कुछ खास इलाकों में ही पाई जाती है और इसके अंडों को बहुत सावधानी से निकाला जाता है. ये अंडे काले, गहरे भूरे, जैतूनी हरे या हल्के नारंगी रंग के हो सकते हैं.

ये भी पढ़ें- International Yoga Day 2025: क्या आप जानते हैं योग से पहले और योग के बाद क्या खाना चाहिए?

Advertisement

कैसे करते हैं प्रिजर्व-

इन अंडों को बिना पकाए, हल्का नमक डालकर प्रिजर्व किया जाता है ताकि इनका असली स्वाद बना रहे. इसी वजह से यह खाने में अलग अनुभव देता है ना तो पूरी तरह नमकीन, ना ही बिल्कुल मछली जैसा. इसका स्वाद और बनावट ही इसे खास बनाता है.

इतना महंगा क्यों है?

Advertisement

अब सवाल आता है कि एक छोटे कटोरी में रखे इन मछली के अंडों की कीमत इतनी क्यों होती है कि लोग इन्हें 'काले सोने' जैसा कहने लगते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है समय और कंट्रोल.

10 से 15 साल का इंतजार-

Advertisement

स्टर्जन मछली को अंडे देने में करीब 10 से 15 साल लगते हैं. यानी एक बार अंडे निकालने के लिए इतने साल इंतज़ार करना पड़ता है. पहले के समय में जब अंडे निकालने का तरीका क्रूर था, तब मादा मछली को मारना पड़ता था. अब टेक्नोलॉजी ने इसमें बदलाव किया है, लेकिन फिर भी यह प्रक्रिया आसान नहीं है.

किस्म पर निर्भर है कीमत-

Advertisement

कैवियार की कीमत उसकी किस्म पर भी निर्भर करती है. कुछ वैरिएंट जैसे बेलुगा कैवियार इतने दुर्लभ हैं कि 30 ग्राम के लिए 15-20 हज़ार रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं.

कैसे खाया जाता है?

कैवियार को बहुत ही खास तरीके से परोसा और खाया जाता है. इसे टोस्ट पर रखा जा सकता है या फिर पतले बिस्कुट (क्रैकर्स) के साथ भी खाया जाता है. साथ में ताज़ा क्रीम, बारीक कटा प्याज और कुछ हरे पत्ते इसका स्वाद और बढ़ा देते हैं. ध्यान देने वाली बात ये है कि कैवियार को कभी भी गर्म नहीं किया जाता. इसे ठंडा करके, बर्फ से भरे बर्तन में परोसा जाता है ताकि इसकी बनावट और स्वाद दोनों बरकरार रहें.

मोटापा कैसे कम करें? | मोटापा दूर करने के तरीके | Motapa Kaise Kam Kare

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
America Attack Iran: Nuclear Site पर Bombing की पूरी प्लानिंग कैसे Trump ने की थी, AI Video से समझें