Sheetla Satam Vrat: सावन खत्म होने के साथ ही भाद्रपद पक्ष की शुरुआत हो चुकी है और इस महीने में कई सारे तीज त्यौहार और व्रत आते हैं. उन्हीं में से एक है शीतला सातम ( Sheetla saatam) जो भाद्रपद पक्ष की सप्तमी को मनाया जाता है. माना जाता है कि इस व्रत को करने से मां शीतला का आशीर्वाद आपको मिलता है और आपको और आपके परिजनों को रोगों से मुक्ति मिलती है. तो चलिए जानते हैं इस साल शीतला सातम का व्रत किस दिन मनाया जाएगा और क्या है इसकी पूजा विधि और भोग रेसिपी.
कब है शीतला सातम का व्रत- When Is The Sheetla Satam Vrat?
इस साल शीतला सातम का व्रत 5 सितंबर 2023, मंगलवार को रखा जाएगा, जिसका शुभ मुहूर्त दोपहर को 3:46 से शाम 6:28 बजे तक रहेगा. पूजा की शुभ अवधि कुल 2 घंटे 43 मिनट है. इस दौरान मां शीतला की पूजा अर्चना करने का सबसे उचित समय माना जाता है. मान्यताओं के अनुसार, शीतला सातम का पर्व शीतला माता को समर्पित होता है. माना जाता है कि अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए मां शीतला का यह व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि मां शीतला अपने भक्तों को खसरा और चेचक जैसी बीमारियों से भी बचाती हैं.
शीतला सातम भोग- Sheetla Satam Bhog:
शीतला माता को हमेशा ठंडी चीजों का भोग लगाया जाता है. ऐसे में शीतला सातम के एक दिन पहले ही पूरा खाना बना कर तैयार कर लें. इस दिन ठंडा खाना ही खाया जाता है और खाने को दोबारा गर्म भी नहीं किया जाता. शीतला माता को ठंडी चीजों का ही भोग लगाना चाहिए.
शीतला सातम की पूजन विधि-Sheetla Satam Vrat Pujan Vidhi:
शीतला सातम व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें, व्रत का अनुष्ठान करें, शीतला माता की मूर्ति स्थापित करें. शीतला माता को ठंडी चीजों का भोग लगाएं, पूरे दिन व्रत करें और शाम को ठंडा भोजन करें. मान्यता है कि शीतला माता का व्रत करने से खराब स्वास्थ्य को ठीक करने में मदद मिलती है और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)