Kanji Bada Wale Baba: ''कांजी बड़ा वाले बाबा'' के नाम से मशहूर नारायन सिंह का लॉकडाउन के दौरान निधन

Kanji Bada Wale Baba: लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर मशहूर हुए ''कांजी बड़ा वाले बाबा'' का कैंसर से निधन हो गया. आपको बता दें कि दक्षिण दिल्ली में बाबा का ढाबा के नाम से एक स्थानीय फूड स्टाल चलाने वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद का वीडियो वारयल होने के बाद. इसी तरह का एक वीडियो आगरा में स्थित एक 90 वर्षीय कांजी बड़ा विक्रेता का वीडियो इंटरनेट पर सामने आया था.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
Kanji Bada Wale Baba: बाबा की आर्थिक स्थित में सुधार नहीं हुआ और कैंसर का इलाज सही तरह से नहीं होने से बीमारी बढ़ती गई.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बाबा नारायण सिंह के घर में एक बेटा और बड़े बेटे की विधवा बहू है.
  • बाबा नारायण सिंह को कैंसर था.
  • कांजी बड़े की ठेली से ही उनका घर चलता था.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Kanji Bada Wale Baba: लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर मशहूर हुए ''कांजी बड़ा वाले बाबा'' का कैंसर से निधन हो गया. आपको बता दें कि दक्षिण दिल्ली में बाबा का ढाबा के नाम से एक स्थानीय फूड स्टाल चलाने वाले बुजुर्ग कांता प्रसाद का वीडियो वारयल होने के बाद. इसी तरह का एक वीडियो आगरा में स्थित एक 90 वर्षीय कांजी बड़ा विक्रेता का वीडियो इंटरनेट पर सामने आया था. कांजी बड़ा विक्रेता का वीडियो इंस्टाग्राम पर फूड ब्लॉगर धनिष्ठा जो यूजर नाम @a_tastetour पर पोस्ट किया गया. उनके इस वीडियो को डालते ही ये वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हो गया था. इस वीडियो का लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा, जिन्होंने इस स्टाल के लिए अधिक से अधिक समर्थन हासिल करने के लिए इसे आगे बढ़ाने का काम किया. जिसके चलते लोग बड़ी संख्या में आगे आए और स्टाल से कांजी बड़ा खरीदा. लेकिन लॉकडाउन के कारण वह इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. इस संबंध में बाबा के बेटे पिंकी ने बताया कि वे कैंसर से पीड़ित थे और चार माह से ठेला लगाना भी बंद कर दिया था. 

Baba Ka Dhaba: रेस्टोरेंट खोलने के बाद फिर वापस ढाबे पर लौटे कांता प्रसाद

बाबा नारायण सिंह के घर में एक बेटा और बड़े बेटे की विधवा बहू है. बाबा को कैंसर था. कांजी बड़े की ठेली से ही उनका घर चलता था और अपना इलाज भी करा रहे थे. कोरोना की दूसरी लहर में चार महीने से ठेला लगाना बंद हो गया और बाबा की तबीयत बिगड़ती चली गई. नारायण सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह बिना बताए पहुंच गए थे और बाबा के कांजी बड़े खाए थे. उन्होंने बाबा को 500 रुपये दिए थे. महापौर नवीन जैन भी अपने समर्थकों के साथ बाबा के कांजी बड़े खाने पहुंचे थे. लेकिन बाबा की आर्थिक स्थित में सुधार नहीं हुआ और कैंसर का इलाज सही तरह से नहीं होने से बीमारी बढ़ती गई. और शनिवार को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली.

Featured Video Of The Day
Hijab Row के बाद Nitish Kumar की सुरक्षा टाइट! Pakistani Don की धमकी, जान को खतरा? SSG हाई अलर्ट