Dussehra 2025 Date: दशहरे पर क्यों खाई जाती है दूध और जलेबी, जाने इसके पीछे की वजह और जलेबी रेसिपी

Dussehra 2025: इस साल दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. इस दिन कई जगहों पर दूध जलेबी खाने की परंपरा है. आइए जानते हैं इसका कारण और जलेबी बनाने की रेसिपी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Dussehra 2025: इस साल दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जा रहा है.

Dussehra 2025: इस साल दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जा रहा है, 2 अक्टूबर यानि की गांधी जयंती वाले दिन. आधे से ज्यादा लोग तो अपनी एक छु्ट्टी के मारे जाने की वजह से ही दुखी हुए बैठे हैं. हालांकि अब कर भी क्या सकते हैं? लेकिन भले ही आप इस खराब हुई छुट्टी को वापस नहीं ला सकते हैं लेकिन आप इस दिन को और खास बनाने के लिए इस दिन स्पेशल खाना बनाकर जरूर खा सकते हैं. बात करें दशहरे की तो इस दिन रावण का दहन किया जाता है और इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का दिन माना जाता है. इस दिन कई जगहों पर दूध जलेबी खाने की परंपरा है, क्या आप जानते हैं इसके पीछे की वजह? अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है. 

क्यों खाई जाती है जलेबी 

रावण दहन के दिन कई लोग जलेबी खाते हैं. ऐसा माना जाता है कि मिठाई भगवान राम को अत्यंत प्रिय थी. यही वजह है कि बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष में मीठे के तौर पर इसको खाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अलावा इसके वैज्ञानिक कारणों की मानें तो दशहरे के समय पर रातें ठंडी हो जाती है और दिन गर्म होते हैं. ऐसे में दूध जलेबी का सेवन सेहत के लिए भी लाभदायी माना जाता है. खासकर माइग्रेन में दूध जलेबी का सेवन अत्यंत लाभदायी होता है. 

घर पर कैसे बनाएं जलेबी 

  • मैदा 1 किग्रा
  • घी 500 ग्राम
  • दही 350 ग्राम
  • चीनी (जलेबी की मात्रा अनुसार), केसर 1 चम्मच
  • दूध 2 चम्मच, पिस्ता (गार्निशिंग के लिए)
  • पानी – आवश्यकतानुसार

जलेबी बनाने की विधि

जलेबी बनाने के लिए सबसे पहले आप कटोरी में मैदा निकाल लें फिर उसमें दही मिलाकर बाटर तैयार कर लें. अब इस घोल को 3 से 4 घंटे के लिए ढ़ककर रख लें जब तक की उसमें खमीर ना उठ जाए. वहीं, दूसरी तरफ आप पानी चढ़ा दें गैस पर धीमी आंच पर. इसमें चीनी डालकर मध्यम आंच पर पकाएं जब तक वो चाशनी का रूप ना ले ले. अब आप घोल को खमीर उठने के बाद अच्छे से मिला लें. फिर गैस पर कड़ाही चढ़ाकर उसमें घी डालकर गरम कर लीजिए. अब आप जलेबी मेकर में पेस्ट डालकर कड़ाही में डालें. जब जलेबी ब्राउन कलर की हो जाए तो उसे चाशनी में डुबो दीजिए. अब चाशनी से निकाल उसको पिस्ता और केसर से गार्निश कर दीजिए. तैयार है आपकी गरम गरम जलेबी.

History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Ind vs Pak Asia Cup Final BREAKING NEWS: भारतीय स्पिनर तिकड़ी का जलवा, पाकिस्तान 146 पर सिमटा