सुबह खाली पेट और रात के खाने से पहले खा लें ये जादुई चूर्ण, एसिडिटी की समस्या हो जाएगी गायब

एसिडीटी की समस्या को हमेशा के लिए खत्म कर देगा ये जादुई चूर्ण, जानिए इसे बनाने का तरीका और कैसे करना है सेवन.

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आज की भागदौड़ भरी दुनिया में, हमारा पाचन तंत्र अक्सर हमारी लाइफस्टाइल का खामियाजा चुपचाप लेकिन लगातार भुगतता है. लगातार मीटिंग, नाश्ता न करना, देर रात तक खाना और कैफीन का सेवन हमारे शरीर को अंदर ही अंदर खोखला कर रहा है. इस तरह की आदतों का असर हमारे पेट पर पड़ता है और जिससे सबसे आम समस्या होती है और वो है एसिडिटी. एसिडिटी सिर्फ एक छोटी सी परेशानी नहीं है. आयुर्वेद में इसे पित्त दोष में असंतुलन के तौर पर जाना जाता है, जो पाचन और मेटाबॉलिज्म को भी प्रभावित करता है. इसलिए इसको हमेशा अंदर से ठीक करना बेहतर होता है. और सबसे अच्छी बात यह है कि इसका इलाज अक्सर सिंपल और नेचुरल होता है और आपकी रसोई में पहले से ही मौजूद होते हैं. आइए जानते हैं आपके किचन में पाई जाने वाली कुछ ऐसी चीजों के बारे में जो आपके पाचन को बैलेंस करने और बेहतर बनाने में मदद कर सकती है.

आयुर्वेद के अनुसार एसिडिटी का क्या कारण है? 

आयुर्वेद के अनुसार, एसिडिटी, जिसे अम्लपित्त भी कहा जाता है, मुख्य रूप से पित्त दोष के बढ़ने के कारण होती है. पित्त, गर्मी, परिवर्तन और पाचन से जुड़ा दोष है, यह कंट्रोल करता है कि हमारा शरीर खाने को कैसे पचाता है और पोषक तत्वों को कैसे अवशोषित करते हैं. जब पाचन संतुलित नहीं होता है तो इसकी वजह से  खट्टी डकारें, सूजन और बेचैनी जैसी समस्या होने लगती हैं. 

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एसिडिटी के लिए आयुर्वेदिक मिश्रण कैसे बनाएं?

ये मिश्रण तैयार करना बेहद आसान है और एसिडिटी को शांत करने और पित्त दोष को संतुलित करने के लिए बहुत अच्छा हो सकता है. इसको बनाने के लिए आपको चाहिए:

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सामग्री:

  • आंवला पाउडर - 50 ग्राम
  • यष्टिमधु पाउडर - 50 ग्राम
  • गिलोय पाउडर - 50 ग्राम
  • उशीर पाउडर - 50 ग्राम
  • मिश्री पाउडर - 25 ग्राम
  • धनिया बीज (पाउडर) - 50 ग्राम
  • सौंफ बीज (पाउडर) - 25 ग्राम
कैसे बनाएं:
  • बताई गई सभी सामग्रियों को मापें.
  • उन्हें एक साफ, सूखे कटोरे में अच्छी तरह मिलाएँ.
  • मिश्रण को एक एयरटाइट ग्लास जार या कंटेनर में डालें.
  • सीधे धूप से दूर एक ठंडी, सूखी जगह पर स्टोर करें.

कैसे करें सेवन

इस मिश्रण का आधा चम्मच पानी के साथ लें. इसके अलावा आप इसे खाली पेट, सुबह जल्दी और रात के खाने से पहले लेने की सलाह देती हैं. एसिडिटी के लिए आयुर्वेदिक पाचक औषधियाँ जल्दी ठीक होने वाली औषधियाँ नहीं हैं. इस पाचक मिश्रण को अपने डेली रूटीन में शामिल करके, खान-पान का ध्यान रखने के साथ ही अपनी लाइफस्टाइल को भी बैलेंस रखें. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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