Chhath puja prasad : छठ पूजा बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों द्वारा बड़े ही धूम धाम से मनाया जाने वाला पवित्र त्योहार है, यह त्योहार छठी मईया और सूर्यदेव को लिए पूरी तरह से समर्पित होता है, लोग तालाब व घाटों पर जाकर सूर्य देव को अर्ध्य देते हैं. इस त्योहार को मनाने के लिए कुछ खास फलों का होना आवश्यक होता है. ये फल पूजा की पूर्णता को दर्शाते हैं. बता दें कि आम दिनों में न मिलने वाले फल इस पर्व पर बड़ी आसानी से मिल जाते हैं, इस पूजा में हर फल का एक विशेष महत्व होता है और सेहत के लिहाज से यह फल न्यूट्रिशन का पावर-हाउस भी माने जाते हैं. तो आइए जानते है कि छठ की सुपली में रखा जाने वाला हर फल क्या मायने रखता है और इसके सेवन से सेहत को क्या फायदा होता है.
कौन से 5 फल पूजा में जरूरी होते हैं?
डाभ नींबू
छठी मईया का सबसे प्रिय फल डाभ नींबू को माना जाता है क्योंकि इसके मोटे छिलके की वजह से यह अशुद्ध होने से बचता है, ऐसा माना जाता है की अगर आप डाभ नींबू के बिना पूजा करते हैं तो वह पूजा सफल नहीं मानी जाती है, छठ पूजा में इस फल की मान्यता सबसे अधिक मानी जाती है. इसके अलावा डाभ नींबू में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करके बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं
सिंघाड़ा
पानी में उगने वाला यह फल पवित्र माना जाता है क्योंकि, इसका कठोर छिलका फल को हमेशा शुद्ध रखने में मददगार होता है, जिसके कारण छठी मईया को सिंघाड़ा काफी प्रिय होता है साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है इसमें मौजूद फाइबर प्रोटीन सेहत को बेहतर करने में सहायता करते हैं.
Photo Credit: iStock
सुथनी
छठ पूजा में सुथनी फल का होना भी जरूरी होता है, यह फल काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. सुथनी का सेवन करने से पेट के अल्सर से राहत मिल सकती है, एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण यह सेहत को स्वस्थ रखने में मददगार होता है.
केला
केले में भगवान विष्णु का वास होने के कारण इसको छठ पूजा में इस्तेमाल किया जाता है, इस फल को पूजा में शामिल करके आप छठी मईया को प्रसन्न कर सकते हैं और साथ ही केले में मौजूद फाइबर, पोटैशियम और विटामिन शरीर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं और केला खाने से याददाश्त को तेज करने में मदद मिलती है.
गन्ना
छठ के पूजा में गन्ना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, इसको पवित्रता और समृद्धि का प्रतिक भी माना गया है, छठी मईया को गन्ना अर्पित करना शुभ माना जाता है. गन्ने के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले किटाणुओं से लड़ते हैं, इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और मेग्नीशियम जैसे अन्य पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार हैं.
(यह सभी फल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं, इसीलिए इन फलों को छठ पूजा में शामिल किया जाता है, ताकी व्रत के बाद लोग बीमार न हो जाएं और इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे.)
प्रस्तुती- Bobby Raj
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














