Ganesh Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी के मौके पर घर पर बनाएं 5 महाराष्ट्रीयन व्यंजन

Ganesh Chaturthi Recipe: महाराष्ट्र में हर साल की तरह इस बार भी लोग बहुत बड़े पैमाने पर जोश के साथ बप्पा के स्वागत की तैयारियों में लग गए हैं. गणेश उत्सव के दौरान महाराष्ट्र में भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं.

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Ganesh Chaturthi 2021: इन महाराष्ट्रीयन रेसिपीज़ के साथ मनाएं गणेश चतुर्थी.

Ganesh Chaturthi 2021:  10 सितंबर को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) आने वाली है, जिसे देखते हुए देश भर में बप्पा के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं.  महाराष्ट्र में हर साल की तरह इस बार भी लोग बहुत बड़े पैमाने पर जोश के साथ बप्पा के स्वागत की तैयारियों में लग गए हैं. गणेश उत्सव के दौरान महाराष्ट्र में भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं. जिसमें गणेश चतुर्थी पर खासतौर पर बनाए जाने वाले मोदक के अलावा, अन्य मिठाइयां और नमकीन शामिल हैं, जिन्हें  भक्त प्रसाद या भोग के रूप में तैयार करते हैं. तो चलिए जानते हैं विनायक चतुर्थी के पर बनाए जाने वाले 5 लोकप्रिय व्यंजनों के बारे में.  

महाराष्ट्र के 5 लोकप्रिय व्यंजनः

1. पूरन पोलीः

पूरन पोली महाराष्ट्र में मोदक के अलावा गणेश चतुर्थी के दौरान बनाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय मिठाइयों में से एक है. पूरन पोली आटे या मैदे से बनी एक मीठी रोटी है जिसमें चना दाल, गुड़, इलायची पाउडर और ढेर सारा घी होता है. इसे गणेश जी को भोग के रूप में चढ़ाया और भक्तों को प्रसाद के रूप में परोसा जाता है. आप भी इस बार घर पर मोदक के अलावा गणेश जी के लिए लाजवाब स्वादिष्ट पूरन पोली बना सकते हैं.

पूरन पोली महाराष्ट्र में मोदक के अलावा गणेश चतुर्थी के दौरान बनाई जाने वाली डिश है. 

2. केसरी श्रीखंडः

श्रीखंड महाराष्ट्र में लोकप्रिय रूप से बनाया जाता है और पारंपरिक रूप से गणेश चतुर्थी के दौरान प्रसाद के रूप में परोसा जाता है. इसे बनाने के लिए पानी निथारा हुआ दही जिसे चक्का भी कहते हैं, चीनी, इलायची, चिरौंजी और केसर की आवश्यकता होती है. इसके अलावा इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें फल और ड्राई फ्रूट्स का भी उपयोग किया जाता है. इस तरह से आप बादाम और पिस्ता श्रीखंड, आम श्रीखंड और सेब अखरोट श्रीखंड बना सकते हैं.

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3. काजू कोथिंबीर वडीः

'कोथिंबीर' एक मराठी शब्द है जिसका अर्थ है धनिया. धनिया से बनी वड़ी को कोथिंबीर वडी कहा जाता है. इसे बनाने के लिए ताजा हरा धनिया व दूसरे मसालों को बेसन के साथ मिलाकर उसे भाप में पकाया जाता है. फिर इसे शैलो फ्राई कर कुरकुरी कोथिंबीर वड़ी का स्वाद लिया जाता है.

4. वरण भातः
महाराष्ट्र में वरण भात गणेश चतुर्थी के दौरान बनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण व्यंजनों में से एक है. वरण दाल को कहते हैं और भात यानी कि चावल. वरण भात बनाकर बटाटा (आलू) भाजी, बीन्स भाजी और अन्य  सब्जियों और व्यंजनों के साथ भगवान गणेश को चढ़ाया जाता है. वरण कई तरह से बनाया जाता है. चतुर्थी के दिन वरण मूंग, मसूर और अरहर दाल के मिश्रण के साथ करी पत्ते, कद्दूकस किया हुआ नारियल और जीरा के मिश्रण से बनाया जाता है.

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5. बेक्ड करंजीः

बेक्ड करंजी  उत्तर भारत की गुझिया मिठाई के जैसी होती है. यहां इसकी स्टफिंग नारियल, तिल, बादाम, काजू, किशमिश, इलायची, चीनी से की जाती है. वहीं बाहर का हिस्सा मैदा, दूध, घी और नमक से बनाया जाता है. गणेश चतुर्थी पर भोग के लिए यहां ये मिठाई जरूर बनाई जाती है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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