अवॉर्ड लौटाने वाले लोग हिम्मती, मैं उनके साथ हूं : शाहरुख खान

Advertisement
Read Time: 5 mins
बॉलीवुड के 'बादशाह' शाहरुख खान सोमवार को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर एनडीटीवी की बरखा दत्त से बात करते हुए जन्मदिन, धर्म और रोमांस पर भी बात की।

पेश है शाहरुख के साथ इंटरव्यू की कुछ मुख्य बातें
  • काश मुझे किसी तरह की कोई चोट नहीं होती, जिनसे मेरी रफ्तार धीमी हुई। लेकिन 50 साल की उम्र में आप बहुत कुछ नहीं बदल सकते।
  • मैं अपना मजाक बना सकता हूं, कला का नहीं। मैंने जो फिल्में की हैं, मैं उनसे प्यार करता हूं।
  • मैंने निर्णय किया है कि मैं फिल्में सिर्फ मेरे लिए करुंगा।
  • फैन बनने से पहले मैं स्टार बन गया। अत: मैं किसी का फैन नहीं रहा, इसलिए फिल्म 'फैन' के निर्माण के दौरान मुझे खूब मेहनत करनी पड़ी।
  • ऐसे व्यक्ति के लिए जो मेरे बारे में अलग तरीके से सोचता है, उसके सामने खुद की एक्टिंग करना अटपटा सा था।
  • पश्चिमी देशों में आपकी राय का सम्मान होता है। लेकिन हमारे देश में, मुझे लगता है कि अगर मेरी राय आपके साथ नहीं मिलती है तो यह विवाद को जन्म दे देती है।
  • मैं जो सोचता हूं अक्सर वो बोल नहीं पाता हूं, क्योंकि मुझे मेरी फिल्मों को लेकर चिंता होती है।
  • जो भी लोग क्रिएटिव लोगों के खिलाफ खड़े होते हैं उन्हें विशाल प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ता है।
  • हमारे मांस खाने की आदतों से हमारे धर्मों का निर्धारण नहीं हो सकता।
  • मेरे घर में हर कोई अपना-अपना धर्म मानने को आजाद है। मेरे बच्चे असमंजस में रहते हैं कि वे हिन्दू हैं या मुस्लिम। मैं पूछता हूं ईसाई क्यों नहीं।
  • धार्मिक असहनशीलता और किसी भी तरह की असहनशीलता हमें अंधकार युग की ओर ले जाते हैं।
  • अगर आप देशभक्त हैं तो आप देश की हर चीज से प्यार करेंगे, ना कि किसी धर्म या क्षेत्र के आधार पर।
  • अनुपम खेर अपनी राय दे पा रहे हैं और दूसरे डायरेक्टर के बारे में अपनी राय दे पा रहे हैं। यही सहनशीलता है।
  • मुझे लगता है कि जो लोग अवॉर्ड लौटा रहे हैं वो बहुत हिम्मत वाले लोग हैं। मैं उनके साथ हूं। अगर वे चाहेंगे कि मैं उनके साथ किसी मार्च में आऊं या प्रेस कॉन्फ्रेंस करूं तो मैं तैयार हूं।
  • व्यक्तिगत तौर पर मेरा अवॉर्ड लौटाना कुछ ज्यादा ही प्रतीकवाद हो जाएगा। विरोध स्वरूप कुछ चीज लौटाने में मेरा विश्वास नहीं है।
  • मेरा मानना है कि एफटीआईआई के छात्र बिल्कुल सही थे। कुछ शब्द और हरकतें गलत हो सकती हैं। लेकिन जब आप प्रदर्शन कर रहे हों, अनशन कर रहे हों तो आपकी भावनाएं चरम पर होती हैं और कुछ इधर-उधर हो जाता है। लेकिन मेरा मानना है कि छात्र बिल्कुल सही थे।
  • मेरे पास एक खास हथियार है और वह यह कि लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं। अगर कोई मेरे खिलाफ होता है तो काफी संख्या में मुझे प्यार करने वाले लोग मेरी तरफ आ खड़े होते हैं।
  • मैं डरता नहीं हूं, लेकिन कई बार स्वार्थी हो जाता हूं। मैं किसी तरह का उपद्रव नहीं चाहता, मुझे इससे डर लगता है। मैं दिन में 18 घंटे काम करता हूं और मैं चाहता हूं कि मुझे अपना काम करने दिया जाए।
  • यह बेहद अपमानजनक और शर्मनाक है कि मुझे मेरी राष्ट्रभक्ति साबित करनी पड़ी।
  • मैं भारत में जन्मा फिल्मी सितारा हूं। मैं भारत में जन्मा भारतीय हूं। मैं भारतीय हूं और इस पर कोई सवाल कैसे उठा सकता है।
  • किसी के पास भी भारत में रहने का अधिकार मुझसे ज्यादा नहीं है और मैं देश छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला, इसलिए ऐसी मांग करने वाले मुंह बंद रखें।
  • बच्चों को विदेश भेजकर पढ़ाने का कारण सिर्फ इतना है कि उन्हें सुरक्षा और मेरे स्टारडम से दिक्कत ना हो।
  • अगर हम तीन खानों के बारे में बात करके यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि भारत सेक्युलर है तो असल में नहीं है। भारत चमक रहा है यह दिखाने के लिए खानों का चमकना जरूरी नहीं है। अगर हम कला को भी रोकने की कोशिश करेंगे तो और ज्यादा साम्प्रदायिक हो जाएंगे।
  • 50 साल की उम्र में भी मैं डांस कर सकता हूं। किसी महिला में इतना विश्वास जगा सकता हूं कि वो मुझसे प्यार करने लगे। मुझे लगता है यही रोमांस है।
Featured Video Of The Day
Adani Foundation ने Andhra Pradesh में Launch किया Project SuPoshan, कुपोषित बच्चों की करेगी मदद