आंध्र प्रदेश में 'असानी' तूफान को लेकर चेतावनी जारी (प्रतीकात्मक फोटो)
आंध्र प्रदेश में 'असानी' तूफान को लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है. इस बीच, प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुधवार सुबह से ही बारिश हो रही है. IMD के अनुसार, गंभीर चक्रवात असानी बुधवार को पहले के मुकाबले थोड़ा कमजोर पड़ा और यह यह उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ गया है. राज्य के नरसापुर में 34 किमी के रफ्तार से यह तूफान आया. इस दौरान तेज हवाएं और बारिश हो रही थी. बताते चलें कि मंगलवार को ही ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने कहा था कि चक्रवात असानी के बुधवार सुबह आंध्र तट पर काकीनाडा पहुंचने का अनुमान है.
- अगले कुछ घंटों में चक्रवात के लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आंध्र प्रदेश तट के करीब पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि इसके बाद यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए मछलीपट्टनम, नरसापुर, यनम, काकीनाडा, तुनी और विशाखापत्तनम के तटों की ओर रुख करेगा. आज शाम तक उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में उभरने की संभावना है.
- काकीनाडा के थिम्मापुरम पुलिस स्टेशन के उप निरीक्षक राम कृष्ण ने बताया कि समुद्र तट के साथ लगता रोड काफी क्षतिग्रस्त हुआ है. हम 2 चेक पोस्ट लगाकर ट्रैफ़िक को इस तरफ जाने से रोक रहे हैं. हम पूरे अलर्ट पर हैं. माइक से भी लोगों को अनुरोध किया है कि बाहर न निकलें.
- मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में आंध्र प्रदेश,पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है. मौसम विभाग ने 10 से 11 मई के दौरान पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में और 10 से 12 मई को बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी में मछली पकड़ने पर पूरी तरीके से रोक लगा दी है. साथ ही समुद्र से मछुआरों को तट पर लौटने की सलाह दी है.
- आईएमडी के निदेशक जनरल मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि चक्रवात असानी पहले ही तीव्रता के अधिकतम चरण को प्राप्त कर चुका है और अब यह धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मंगलवार को बेहद तीव्र चक्रवात ‘असानी' से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने आंध्र प्रदेश में नौ टीमें तैनात की हैं, जबकि सात और टीमों को तैयार रहने को कहा गया है. वहीं, ओडिशा में एक टीम को तैनात किया गया है और 17 टीमों को तैयार रहने को कहा गया है.
- पश्चिम बंगाल में 12 टीमों को तैनात किया गया है और पांच टीमों को तैयार रखा गया है, जबकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें भी मदद के लिए तैयार बैठी हैं. गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, “केंद्रीय गृह सचिव ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘असानी' के मद्देनजर आज आंध्र प्रदेश और ओडिशा में केंद्रीय मंत्रालयों, एजेंसियों व प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की.”
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात के 11 मई की दोपहर तक काकीनाड़-विशाखापत्तनम तटों के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने का अनुमान है, जिसके बाद यह काकीनाड़ और विशाखापत्तनम (कृष्णा, पूर्व एवं पश्चिम गोदावरी और विशाखापत्तनम जिले) के बीच आंध्र तट की तरफ आगे बढ़ सकता है.
- आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के कारण आंध्र के तटीय इलाकों में 75-85 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 95 किलोमीटर प्रति घंटे, जबकि ओडिशा के तटों पर 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है.
- गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, केंद्रीय गृह सचिव ने केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने तथा किसी भी तरह की मदद के लिए आंध्र प्रदेश व ओडिशा के प्रशासन के संपर्क में रहने का निर्देश दिया है.
- आईएमडी चक्रवात पर करीबी नजर रख रहा है और अब तक 20 राष्ट्रीय बुलेटिन जारी कर चुका है. वह स्थानीय प्रशासन को लगातार चक्रवात की स्थिति के बारे में सूचित कर रहा है और लोगों की जान बचाने के उपाय सुझा रहा है.
- मौसम विभाग कार्यालय ने कहा कि पश्चिम-मध्य और उससे सटी दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में बेहद तीव्र हलचल बने रहने के आसार हैं. विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण कोलकाता, हावड़ा, पूर्व मेदिनीपुर, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में सोमवार से बृहस्पतिवार के बीच भारी बारिश होने का अनुमान है.
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