नीतीश कुमार बिहार के नवादा में नीतीश कुमार और महागठबंधन पर जमकर बरसे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के नवादा में रविवार को एक जनसभा में महागठबंधन और सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि देश की जनता ने तय किया है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. अमित शाह के भाषण से जुड़ी 10 बड़ी बातें :
- अमित शाह ने कहा, "बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि सभी 40 सीटों पर मोदीजी का कमल खिलेगा".
- शाह ने कहा, "अगर किसी को संदेह है कि चुनाव परिणामों के बाद बीजेपी, जेडीयू को फिर से एनडीए में ले जाएगी तो मैं स्पष्ट कर दूं कि बीजेपी के दरवाजे उनके लिए हमेशा के लिए बंद हो गए हैं."
- जेडीयू के साथ ही महागठबंधन पर भी शाह जमकर बरसे. उन्होंने जनसभा में कहा कि जनता के बीच जाएंगे और महागठबंधन की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे.
- नीतीश कुमार पर अमित शाह ने जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "नीतीश बाबू प्रधानमंत्री बनने से रहे क्योंकि देश की जनता ने तय किया है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं."
- महागठबंधन सरकार को लेकर भी अमित शाह हमलावर रहे. उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनाव के बाद ये सरकार अपने वजन से गिरने वाली है और कमल की सरकार बनने वाली है."
- साथ ही उन्होंने कहा, "40 में से 40 सीटे दीजिए, दंगा करने वाले को उल्टा लटकाकर सीधा कर देंगे."
- केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "जिस सरकार के पास जंगलराज के लालू प्रसाद यादव की पार्टी है, क्या वह सरकार बिहार में शांति ला सकती है? नीतीश कुमार सत्ता की भूख के कारण लालू प्रसाद यादव की गोद में बैठ गए, हम 'महागठबंधन' सरकार को उखाड़ फेंकेंगे."
- विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस, जेडीयू, आरजेडी, ममता (टीएमसी), डीएमके राम मंदिर का विरोध करती थीं. एक सुबह पीएम मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया और इसका निर्माण शुरू हो गया है.''
- केंद्रीय गृह मंत्री ने नवादा में कहा, ''मुझे सासाराम जाना था लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति के कारण वहां लोग मारे जा रहे हैं, गोलियां चल रही हैं, आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. मैं अपनी अगली यात्रा के दौरान सासाराम जरूर आऊंगा."
- शाह ने कहा, ''भगवान से प्रार्थना करता हूं कि राज्य में जल्द शांति बहाल हो. यहां राज्य सरकार से बात करने का मतलब नहीं है. जब मैंने राज्यपाल को फोन किया तो ललन सिंह (जेडीयू अध्यक्ष) नाराज हो गए.''
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