How to Place Shankh at Home: वास्तु का हमारे घर पर विशेष प्रभाव पड़ता है, इसलिए कहा जाता है कि हमें घर में वास्तु के अनुरूप चीजों का पालन करना चाहिए. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि वास्तु की चीजों को हम नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे घर में और घर के लोगों पर बुरा प्रभाव (vastu affect at home) पड़ता है. इसी प्रकार से घर में पवित्र शंख (conch shell) को रखने के भी कुछ नियम होते हैं, जिसका घर पर पॉजिटिव असर पड़ता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में शंख (vastu tips for shankh) रखना क्यों जरूरी है, आपको किस तरह से शंख घर पर रखना चाहिए और इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए.
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घर में किस तरह रखें शंख
शंख दो प्रकार के होते हैं दक्षिणावर्ती शंख जिसका मुख दाई ओर खुलता है, इसे लक्ष्मी मां का स्वरूप माना जाता है और ऐसे शंख को पूजा में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, दूसरा वामावर्ती शंख है, जिसका मुख बाई ओर खुलता है, यह शंख बहुत दुर्लभ होता है और भगवान शिव को समर्पित होता है. इस शंख को घर में रखने से पहले हमेशा पंडित की सलाह लें.
किस दिशा और स्थान पर रखें शंख
वास्तु के अनुसार, शंख को हमेशा पूजा स्थान या घर के उत्तर पूर्व दिशा यानी कि ईशान कोण में रखना चाहिए. शंख रखने से पहले उस जगह को साफ सुथरा करें, पवित्र माहौल बनाएं और शंख को जमीन पर ना रखें, बल्कि एक साफ कपड़े या फिर स्टैंड के ऊपर इसे रखें. वास्तु के अनुसार, जब आप शंख रखें तो उसके मुंह को हमेशा ऊपर की तरफ रखें, कहते हैं ऐसा करने से पूरे घर में पॉजिटिव एनर्जी फैलती है.
इस शंख को ना बजाएं
वास्तु के अनुसार, आपको कभी भी उस शंख को बजाना नहीं चाहिए, जिसे आप पूजा में इस्तेमाल करते हैं. आप अपने घर में दो शंख रख सकते हैं, एक पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाला और दूसरा बजाने के लिए. पूजा में इस्तेमाल होने वाले शंख में गंगाजल या पानी भरकर भगवान को इससे स्नान करवा सकते हैं और इसे रखने के लिए भी इसमें थोड़ा सा जल भरकर ही इसे रखना चाहिए.
शंख को बजाने के नियम
वास्तु के अनुसार, शंख को बजाने के भी कुछ नियम होते हैं, आप सुबह और शाम को पूजा के दौरान शंख जरूर बजाएं. इसे बजाने से घर में सकारात्मक आती है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं. शंख को पूजा स्थल पर ही बजााएं, इसे किचन, बेडरूम या किसी भी अशुद्ध स्थान पर बजाने से बचें.
शंख बजाते समय करें इस मंत्र का जाप
शंख बजाने से पहले आप “ॐ” का उच्चारण करें, वहीं लक्ष्मी पूजा के दौरान “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करके ही शंख बजाएं.
शंख से जुड़े पवित्र नियम
शंख को हमेशा पूजा स्थान पर साफ सुथरी जगह पर रखना चाहिए और हमेशा बजाने के बाद स्वच्छ पानी से धोकर ही इसे रखना चाहिए. इसका कभी भी व्यक्तिगत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, महिलाएं मासिक धर्म के दौरान शंख को न छुए इससे वह अपवित्र हो सकता है.
घर में शंख रखने के फायदे
घर में शंख रखने से वास्तु दोष दूर होता है, इसे उत्तर पूर्व दिशा में रखने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है. शंख को लक्ष्मी मां का प्रतीक माना जाता है, ऐसे में पूजा स्थान पर इसे रखने से धन और समृद्धि का आगमन होता है. कहते हैं शंख में भरे जल का घर में छिड़काव करने से बीमारियों से बचाव होता है और पूरा घर शुद्ध होता है. शंख की ध्वनि से मानसिक शांति मिलती है, तनाव कम होता है और वातावरण पवित्र होता है. शंख का पानी आयुर्वेद में पवित्र माना गया है, ऐसे में किसी भी बीमार इंसान को उसे पिलाने से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)