Vastu Tips For Buddha Idol: बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध माने जाते हैं. इसके साथ ही बौद्ध धर्म को शांति और सद्भाव के लिए जाना जाता है. इसके अलावा बुद्ध यही कारण हैं लोग घरों और दफ्तरों में भगवान बुद्ध की प्रतिमा लगाते हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक भगवान बुद्ध को घर में रखने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि कहा जाता है कि वास्तु के अनुरूप अगर घर में बुद्ध की प्रतिमा रखी जाती है तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही घर परिवार में शांति बन रहती है. आइए वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं कि घर में बुद्ध की मूर्ति रखते वक्त किन बातों का ध्यान रखा जाता है.
घर में बुद्ध की मूर्त रखते वक्त क्या करें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बुद्ध की मूर्ति आपके स्टडी रूम, ऑफिस या रिसेप्शन डेस्क रखना शुभ और अच्छा रहेगा. इसके अलावा आज जहां शीरीरिक व्यायाम करते हैं, उसके आसपास भी बुद्ध की तस्वीर लगा सकते हैं.
अगर आप अपनी कार में बुद्धा की मूर्ति लगाते हैं, उस वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मूर्ति का मुख आगे की ओर ही हो. वहीं अगर आप बगीचे में बुद्ध की मूर्ति लगाते हैं, उसका मुख घर की ओर रखें, क्योंकि यह वास्तु सम्मत है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की निगेटिव एनर्जी को दूर करने के लिए बुद्ध की मूर्ति को घर के प्रवेश द्वार की ओर रखना उचित होगा.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दीवार पर भी बुद्ध की पेंटिग लगा सकते हैं.
क्या ना करें
बुद्ध की मूर्ति को कभी भी फर्श पर या अपने जूतों रखने वाले स्थान पर ना रखें. वास्तु शास्त्र के अनुसार यह स्थिति सही नहीं है. इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, शुभता प्राप्त करने के लिए घर में बुद्ध की प्रतिमा के नीचे एक लाल कागज का टुकड़ा रखना शुभ होगा.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बुद्धा की तस्वीर या प्रतिमा के जिसे सजावट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, उसे तिजोरी में कभी नहीं रखना चाहिए.
आगर आप लिविंग रूम में बुद्ध की मूर्तियां रख रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें यह हमेशा घर के मेन गेट की ओर हो.
भगवान बुद्ध की मूर्ति को कभी भी बाथरूम, स्टोर रूम और लॉन्ड्री रूम में नहीं रखना चाहिए. बल्कि इसे हमेशा साफ रखें और इस पर गंदगी न जमने दें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)