Vastu Shastra: दिशाओं पर आधारित वास्तु शास्त्र में घर से जुड़ी कई तरह की सलाह मौजूद है. वास्तु के अनुसार घर की कुछ दिशाएं अच्छी होती हैं तो कुछ दिशाओं (Directions) से संभलकर रहना चाहिए. वास्तु अलग-अलग कामों के लिए विभिन्न दिशाओं को अच्छा मानता है. इसी तरह, सोते समय किस दिशा की तरफ मुंह और किस तरफ पैर होना चाहिए इसके विषय में भी वास्तु सुझाव देता है. माना जाता है कि दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके सोना सही नहीं होता है. आइए जानें, सोने के संबंध में वास्तु क्या कहता है और क्या इसके पीछे कोई सार्थकता है या ये केवल अनुमानित है.
सोने को लेकर वास्तु शास्त्र | Vastu for Sleeping
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा में पैर नहीं बल्कि सिर करके सोना चाहिए. मान्यता है कि दक्षिण दिशा मंगल की दिशा है और इस दिशा में पांव करके सोने से मंगल दोष लग सकता है. किस दिशा में सोना चाहिए इस सवाल का जवाब भी वास्तु शास्त्र में मौजूद है. वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व या दक्षिण (South) की तरफ सिर और पश्चिम या उत्तर दिशा की ओर पैर करके सोया जा सकता है. वहीं, यह भी कहा जाता है कि इस तरफ सिर रखकर सोने पर अच्छी नींद आती है और घर में सुख बना रहता है.
वास्तु के अनुसार पलंग घर के कोने वाली जगह में नहीं रखना चाहिए. साथ ही पलंग के पीछे की तरफ खिड़कियां लगाना अच्छा नहीं मानते. खिड़की की तरफ चिपकाकर भी पलंग को रखना सही नहीं माना जाता है.
माना जाता है कि दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके सोने से नकारात्मक विचार मन में घर करने लगते हैं. इसके अलावा वास्तु में पूर्व दिशा के लिए भी यही समान निर्देश दिए गए हैं. पूर्व दिशा को वास्तु शास्त्र में देवताओं की दिशा माना जाता है, इसलिए इस दिशा में पैर ना करके सोने की सलाह दी जाती है.
वास्तु शास्त्र से सोने के संबंध में जानने के पश्चात यदि वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो वातावरण के अलावा सोने की दिशा के अलग होने की कोई सही वजह नजर नहीं आती है. व्यक्ति किसी भी दिशा में सो सकता है. वास्तु कई हद तक विश्वास पर भी आधारित है और इसीलिए सोने को लेकर वास्तु मानना या ना मानना व्यक्ति का निजी निर्णय है. विज्ञान इसकी पुष्टि नहीं करता.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)