पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी (Varad Chaturthi 2022) के नाम से जाना जाता है, इसे वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू धर्म में चतुर्थी तिथि भगवान गौरी गणेश की तिथि होती है. इस बार आज (6 जनवरी) यानि गुरुवार के दिन विनायक चतुर्थी मनाई जा रही है. आज के दिन भगवान श्री गणेश (Lord Ganesha) का विधि-विधान से पूजन और व्रत किया जाता है. बता दें कि प्रत्येक चन्द्र मास में दो चतुर्थी होती है. अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi) कहा जाता है. वहीं पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं.
श्री गणेश स्तुति का करें पाठ | Recite Lord Ganesh Stuti
श्लोक
ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्, कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम्.
उमासुतम् शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्॥
स्तुति
गाइये गनपति जगबंदन.
संकर-सुवन भवानी नंदन ॥ 1 ॥
गाइये गनपति जगबंदन.
सिद्धि-सदन, गज बदन, बिनायक.
कृपा-सिंधु, सुंदर सब-लायक ॥ 2 ॥
गाइये गनपति जगबंदन.
मोदक-प्रिय, मुद-मंगल-दाता.
बिद्या-बारिधि, बुद्धि बिधाता ॥ 3 ॥
गाइये गनपति जगबंदन.
मांगत तुलसिदास कर जोरे.
बसहिं रामसिय मानस मोरे ॥ 4 ॥
गाइये गनपति जगबंदन.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)