फरीदाबाद के ये हैं टॉप 4 मंदिर, एक है द्वापर युग का, यहां नहीं डसते हैं सांप...जानिए क्या है कहानी

यहां पर हरे भरे पहाड़, झील, पैलेस के अलावा कई ऐतिहासिक मंदिर भी मिल जाएंगे जहां आप दर्शन पूजन कर कर सकते हैं. हम आपको इस लेख में 4 मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर आपको एक बार जरूर जाना चाहिए...

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फरीदाबाद के ये हैं टॉप 4 मंदिर, एक है द्वापर युग का, यहां नहीं डसते हैं सांप...जानिए क्या है कहानी
फरीदाबाद के सेक्टर 8 में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर द्वापर युग से जुड़ा है.

Top 4 mandir of Faridabad : फरीदाबाद दिल्ली के दक्षिण दिशा में अरावली पहाड़ियों से घिरा शहर है. यह शहर विश्व पटल पर औधोगिक नगरी के तौर पर जाना जाता है. इस शहर की पहाड़ों की हरियाली और खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है. यहां पर हरे भरे पहाड़, झील, पैलेस के अलावा कई ऐतिहासिक मंदिर भी मिल जाएंगे, जहां आप दर्शन पूजन कर सकते हैं. हम आपको इस लेख में 4 प्राची मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए...

Pushya nakshtra : रिश्ते में चल रही है परेशानी 'पुष्य नक्षत्र' करेगा ठीक, एस्ट्रोलॉजर का बताए यह उपाय कर डालिए आज रात

फरीदाबाद के 4 प्राचीन मंदिर

द्वापर युग हनुमान मंदिर 

फरीदाबाद के सेक्टर 8 में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर द्वापर युग से जुड़ा है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि भीम यहां पर लोगों को कुश्ती सिखाते थे. आपको बता दें कि यह मंदिर सिही गांव में स्थित है. ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में किसी को सांप काट ले, तो विष का असर नहीं होता है. यह मंदिर नागेश्वरी के नाम से भी प्रसिद्ध है. प्राचीन हनुमान मंदिर 8 हजार गज में फैला है. 

Advertisement
परसोन मंदिर

इस मंदिर का भी इतिहास द्वापर युग से जुड़ा हुआ है. मान्यता है इस जगह को ऋषि पाराशर ने अपने तप से भूमि को शक्तियों से भर दिया था. यही कारण इस मंदिर का नाम परसोन पड़ा है. मान्यता है इस मंदिर में मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. 

Advertisement
पथवारी मंदिर 

यह मंदिर 410 साल पुराना है. इस मंदिर को लेकर कहा जाता है फरीदाबाद को बसाने के लिए इस मंदिर का निर्माण हुआ था. इस मंदिर को फरीदाबाद की कुलदेवी भी कहते हैं. यही कारण इस मंदिर से लाखो लोगों की मान्यता जुड़ी हुई है. पथवारी मंदिर को लेकर यह भी कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में जब महामारी फैली थी मां की कृपा से ही उसका अंत हुआ था. 

Advertisement
माता वैष्णो मंदिर

यह मंदिर एनएच वन पर बना हुआ है. इस मंदिर को लेकर भी लोगों में बहुत श्रद्धा है. नए साल पर तो इस मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है. साथ ही कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. वैष्णो देवी के इस मंदिर में भी दर्शन करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. 

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Kedarnath Helicopter Crash: तस्‍वीर पर हाथ... Lt Col Deepika ने Pilot पति Rajveer को दी अंतिम विदाई
Topics mentioned in this article