Shiva Bhajan: सुबह के समय लोग अक्सर भजन किया करते हैं जिसके पीछे कई कारण हैं जिनमें से एक है मन की शांति. संसार संगीत की लय से जुड़ा है और कहा जाता है कि भजन (Bhajan) मनुष्य को ना सिर्फ अपने ईश्वर से बल्कि खुद से भी जोड़ते हैं. सोमवार का दिन भगवान शिव (Lord Shiva) माना जाता है. शिवभक्त इस दिन भगवान शिव की आराधना करते हैं और उनकी कृपा के भोगी होते हैं. अगर आप भी सोमवार की सुबह भगवान शिव को प्रसन्न करने की इच्छा रखते हैं तो ये भजन (Shiva Bhajan) गा सकते हैं.
भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले 5 भजन | Bhajans That Makes Lord Shiva Happy
शिव शंकर को जिसने पूजाइस भजन के बोल कुछ इस प्रकार हैं, 'शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ, अंतकाल को भवसागर में उसका बेड़ा पार हुआ.' कहते हैं कि ये भजन आपको अंतरमन से भगवान शिव से जुड़ने में मदद करता है. आप ना सिर्फ शिव को धन्यवाद देते हैं बल्कि उनकी कृपादृष्टि का गुणगान भी करते हैं.
इस भजन को भक्त बेहद पसंद करते हैं क्योंकि इसमें वे खुले दिल से शिव से उनकी कृपा बनाए रखने की मनोकामना करते हैं. जिस तरह एक बच्चा मां से अपनी इच्छाएं साझा करता है उसी तरह भक्त शिव से अपने मन का हाल कहते हैं. इस भजन के कुछ बोल ऐसे हैं, 'हे मेरे भोलेनाथ, यही विनती करता हूं स्वामीनाथ, क्या माया है क्या नहीं, अज्ञानी नहीं जानूं.'
मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजामाना जाता है कि शिव ही शक्ति है. ये भजन इसी भावना को मन में समाहित कर गाया जाता है. शिव की महिमा की आस लिए शिव को प्रसन्न करने के लिए पूरी श्रद्धा (Faith) से इस भजन का उच्चारण होता है. 'मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा, बोल सत्यम शिवम, बोल तू सुंदरम मन मेरे शिव की महिमा के गुण गाए जा', इस भजन के कुछ बोल हैं.
भगवान शिव को प्रसन्न करके जिस खुशी का अनुभव भक्त को होता है उसकी किसी और वस्तु से कोई तुलना नहीं की जा सकती है. भक्त इस भजन को भगवान शिव की आराधना करने के लिए सबसे सुखद मानते हैं. ये उनका प्रिय भजन माना जाता है और पूरे मन से भक्त इसे गाते हैं. इसके बोल इस प्रकार हैं, 'जय भोले जय भंडारी, तेरी है महिमा न्यारी, तेरी मोहानी मूरत, लगे है प्यारी.'
हे भोले शंकर पधारोभक्त मानते हैं कि ये भजन भगवान शिव से उनके दर्शन की मनोकामना करने के लिए है. वे शिव का ध्यान करते हुए उन्हें प्रकट होने का आवाहन देते हैं. वे भजन के माध्यम से पुकारते हैं, 'हे भोले शंकर पधारो, हे भोले शंकर पधारो, बैठे छुप कर कहां, जटाधारी पधारो.'
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)