Shiv Ji Puja: सोमवार भगवान शिव को समर्पित माना गया है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा (Shiv Worship) करने उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. माना जाता है कि इस शिवलिंग (Shivling) पर बेलपत्र, चंदन, अक्षत, धतूरा इत्यादि चढ़ाने से शिवजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही हर इच्छा पूरी होती है. वहीं शिवजी (Shiv Ji) को कुछ चीजें अर्पित करना निशेष माना गया है. मान्यता है कि इन चीजों को शिवलिंग पर चढ़ाने से भोलेनाथ (Bholenath) नाराज हो जाते हैं आइए जानते हैं कि शिव जी को कौन-कौन सी चीजें अर्पित नहीं की जाती हैं.
शिव जी की पूजा में नहीं किए जाते हैं इन 6 चीजों के इस्तेमाल
सिंदूर- महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं. कुछ लोग भगवान को सिंदूर अर्पत करते हैं, लेकिन शिव पुराण के मुताबिक शिवलिंग पर सिंदूर अर्पित करना निषेध है.
हल्दी- अक्सर पूजा-पाठ में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाना निषेध माना गया है. मान्यता है कि शिवलिंग पौरुष का प्रतीक है. जबकि हल्दी सौंदर्य प्रसाधन का सामान माना जाता है. यही कारण है कि शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ाते हैं. मान्यता है कि शिवलिंग पर हल्दी अर्पित करने से चंद्रामा कमजोर होने लगता है.
तुलसी के पत्ते- शास्त्रीय मान्यता के मुताबिक शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाए जाते हैं. पौराणिक मान्यता के मुताबिक भगवान शिव ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था. जिससे क्रोधित होकर तुलसी ने भगवान शिव को दैवीय गुणों वाले पत्तों से वंचित कर दिया था.
लाल और केतली के फूल- भगवान शिव की पूजा में लाल रंग के फूल नहीं चढ़ाए जाते हैं. इसके अलावा शिवलिंग पर केतली के फूल भी नहीं चढ़ाए जाते हैं. मान्यता है कि केतली को भगवान शिव का श्राप मिला हुआ है.
नारियल का जल- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक नारियल मां लक्ष्मी का स्वरूप है. ऐसे में इसके जल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाए जाते हैं. इसके अलावा नारियल के जल से शिव जी का अभिषेक करना भी निषेध माना गया है. शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली चीजों को ग्रहण करना भी निशेष माना गया है.
शंख से जल- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित नहीं किया जाता है. इसके लिए श्रृंगी या किसी अन्य पात्र का इस्तेमाल किया जाता है. एक कथा के मुताबिक भगवान शिव नें शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया था. इसलिए शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित नहीं किया जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)