तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने मंगलवार को कहा कि भगवान मुरूगन की पूजा के लिए समर्पित त्योहार ‘थाई पूषम' के लिए उन्होंने सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का आदेश दिया है. पलानीस्वामी ने कहा कि कई जिलों की उनकी यात्रा के दौरान लोगों ने उनसे थाई पूषम को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया था. साथ ही, लोगों ने यह भी कहा था कि श्रीलंका और मॉरीशस में इस अवसर पर अवकाश रहता है.'
उन्होंने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘उनके अनुरोध पर विचार करते हुए, मैंने (2021 में) 28 जनवरी को थाई पूषम त्योहार को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने तथा आने वाले वर्षों के लिए भी इसे सार्वजनिक अवकाश की सूची में शामिल करने का आदेश दिया है.''
तमिलनाडु, के अलावा यह त्योहार पड़ोसी राज्य केरल में भी मनाया जाता है. इसके अलावा, श्रीलंका, सिंगापुर, मलेशिया, मॉरीशस और इंडोनेशिया जैसे देशों में भी तमिल भाषी लोग यह त्योहार मनाते हैं. यह त्योहार तमिल मास ‘थाई' (14 जनवरी से 12 फरवरी के बीच) उस दिन मनाया जाता है, जब पूषम नक्षत्र पूर्णिमा के दिन पड़ता है.
शैव परंपरा के मुताबिक यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. गौरतलब है कि भगवान मुरूगन की प्रशंसा में किये जाने वाले स्तुति पाठ ‘कंद षष्ठी कवचम' को पिछले साल एक समूह द्वारा विकृत किये जाने के चलते श्रद्धालुओं में रोष छा जाने और इस घटना के विरोध में भाजपा द्वारा एक यात्रा निकाले जाने के बाद तमिलनाडु सरकार ने यह घोषणा की है.
भगवा पार्टी के तमिलनाडु प्रमुख एल मुरूगन ने बार-बार यह आरोप लगाया है कि मुख्य विपक्षी पार्टी द्रमुक ने भगवान मुरूगन की प्रशंसा में किये जाने वाले स्तुति पाठ की विषय वस्तु से छेड़छाड़ करने वाले समूह करूप्पर कूटम का समर्थन किया था. कूटम एक यूट्यूब चैनल भी चलाता था, जिसे पुलिस कार्रवाई के बाद ब्लॉक कर दिया गया. साथ ही, भाजपा एवं अन्य दक्षिणपंथी संगठनों की शिकायतों के बाद समूह के पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.