Surya Grahan 2023 : इस बार तीन रूपों में नजर आएगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, 100 साल बाद बन रहा ऐसा संयोग

Solar eclipse 2023 : इस बार सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) पर क्या खास होने वाला है कौन से संयोग बन रहे हैं, ग्रहण की अवधि क्या होगी, ये सारी जानकारी हम इस लेख में दे रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
Solar eclipse 2023 : इस बार सूर्य ग्रहण तीन तरीके से नज़र आएगा आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार.

Surya Grahan date & Timing : इस बार साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लग रहा है. आपको बता दें कि जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2023) कहते हैं. वहीं, वैज्ञानिकों के अनुसार जब सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तो यह स्थिति ग्रहण कहलाती है. यह घटना हर साल देखने को मिलती है कभी आंशिक तो कभी पूर्ण. ऐसे में इस बार सूर्य ग्रहण पर क्या खास होने वाला है कौन से संयोग बन रहे हैं और ग्रहण की अवधि क्या होगी, यह सारी जानकारी हम लेख में आपको देने जा रहे हैं.

कब लग रहा है सूर्य ग्रहण

  • सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल (Surya Grahan in april) दिन गुरुवार को सुबह 07 बजकर 04 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा.

कहां कहां नज़र आएगा ग्रहण

  • यह सूर्य ग्रहण भारत में नजर नही आएगा इसलिए सूतक काल मान्य नहीं है. इसके अलावा साल का पहला ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और न्यूजीलैंड में दिखाई देगा. आपको बता दें की इस बार कंकणाकृति सूर्यग्रहण होगा.

जरूरी बात

  • इस बार सूर्य ग्रहण मेष राशि और अश्विन नक्षत्र मे लगेगा. जिसका असर मिथुन, वृषभ और धनु राशि  के लिए फलदायी होने वाला है.

  • साल का पहला सूर्य ग्रहण हाइब्रिड है. हाइब्रिड ग्रहण आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकर का मिश्रित रूप होता है.

  • इस बार सूर्य ग्रहण तीन तरीके से नज़र आएगा आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देखें : बीएस येदियुरप्पा के बेटे ने मंदिर में कांग्रेस नेता के पैर छुए


 

Featured Video Of The Day
Sambhal के बाद Bulandshahr के Muslim इलाके में मिला 32 साल पुराना Mandir, जानें क्यों हुआ था बंद?