Sundarkand Path: सनातन धर्म में भगवान हनुमान जी की पूजा को सभी तरह के संकट, शोक, भय और रोग से मुक्ति का उपाय माना गया है. मान्यता है कि सर्वदा चिरंजीवी भगवान हनुमान हर युग में मौजूद रहते हैं और भक्तों के याद करने पर वे हमेशा रक्षा करने के लिए आते हैं. मंगलवार का दिन हनुमान जी (Hanuman Ji) की पूजा का दिन है. माना जाता है कि इस दिन गोस्वामी तुलसीदास रचित सुंदरकांड के पाठ से भक्तों को असीम लाभ प्राप्त होता है. आइए जानते सुंदर कांड के पाठ से होने वाले लाभों के बारे में.
सुंदरकांड पाठ के लाभ | Benefits Of Sundarkand Path
ग्रहों के बुरे प्रभाव से मुक्तिनियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करने से ग्रहों के खराब प्रभाव से मुक्ति मिलती है. इससे शनि की साढे़ साती और शनि की ढैय्या (Shani Dhaiyya) के प्रभाव से बचने में मदद मिलती है. इसके साथ ही राहु और केतु के बुरे प्रभाव से भी बचाव होता है.
नियमित रूप से सुंदरकांड का पाठ करने पर घर में नकारात्मक एनर्जी नहीं आती है. यह बुरे प्रभावों और नकारात्मक एनर्जी से बचने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है. बजरंगबली (Bajrangbali) को सभी बुरे प्रभाव से बचाने वाली शक्तियों का प्रमुख माना जाता है.
हनुमान जी का संबंध शक्ति और बेहतर सेहत से है. सुंदरकांड के पाठ से मानसिक व शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. इससे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.
भगवान हनुमान जी की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. माना जाता है कि भगवान हनुमान की भक्ति का सबसे अच्छा तरीका सुंदरकांड का नियमित पाठ करना है.
सुंदरकांड को पवित्र और आध्यात्मिक माना जाता है इसलिए इसके नियमित पाठ से मन में आध्यात्म का विकास होता है. इससे धर्म, भक्ति और सही मार्ग का ज्ञान मिलता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)