Surya Gochar 2022: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में सूर्य देव को इस पूरी सृष्टि का आत्मा कहा गया है. ये सभी प्राणियों में जीवन का संचार करते हैं. सर्य को सरकारी नौकरी, पद, प्रतिष्ठा,यश, मान-सम्मान और उच्च पद का कारक माना गया है. इसके अलावा ये लोगों में कर्यक्षमता, साहस, निडरता आदि का भी प्रतिनिधित्व करते हैं. सूर्य देव 15 जून को मिथुन राशि में गोचर करने वाले हैं. इस स्थिति में सूर्य 15 जुलाई तक रहेंगे. फिर उसके बाद कर्क राशि (Cancer Zodiac) में प्रवेश करेंगे. सूर्य के राशि परिवर्तन (Surya Rashi Parivartan) से कुछ राशियों के जीवन में अहम बहम बदलाव आएगा. आइए जानते हैं कि सूर्य के गोचर (Surya Gochar) से किन 3 राशियों को सबसे अधिक लाभ मिलने वाला है.
सूर्य का राशि परिवर्तन इन 3 राशियों के लिए है खास
कर्क (Cancer)- ज्योतिष के मुताबिक सूर्य, कर्क राशि के जातकों के लिए दूसरे भाव के स्वामी हैं. सूर्य इस वक्त इस राशि के 12वें भाव में विराजमान हैं. सूर्य के गोचर (Surya Gochar) से विदेश यात्रा का योग बनेगा. साथ ही विदेश यात्रा का लाभ भी प्राप्त हो सकता है. कोर्ट-कचहरी का कोई फैसला आपके पक्ष में आ सकता है. हालांकि इस दौरान सेहत को लेकर सावधान रहना होगा. इसके अलावा लाइफ पार्टनर की सेहत का भी खास ख्याल रखना होगा. करियर में कोई बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है. रोजगार में उन्नति होगी.
सिंह (Leo)- सूर्य, सिंह राशि के पहले भाव के स्वामी है. गोचर के दौरान सूर्य 11 वें भाव में अस्त होने वाले हैं. सूर्य के इस गोचर से सिंह राशि वालों के जीवन में आर्थिक उन्नति की प्रबल संभावना है. अलग-अलग स्रोतों से आर्थिक लाभ मिल सकता है. आमदनी में इजाफा होगा. सूर्य गोचर की अवधि में आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर होगी. साथ ही समाजिक कार्यो में मान-सम्मान मिलेगा. रिश्ते की गलतफहमी दूर होगी. हलांकि सूर्य के इस गोचर से स्वभाव में जिद्दीपन देखने को मिलेगा. इसके अलावा नौकरीपेशा वालों को प्रमोशन का लाभ मिल सकता है.
कन्या (Virgo)- कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य 12वें भाव के स्वामी हैं. मिथुन राशि में गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि के 10वें भाव में विराजमान होंगे. सूर्य के गोचर के परिणामस्वरूप जॉब में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. इस गोचर की अवधि में करियर में तरक्की की प्रबल संभावना है. नौकरीपेशा वाले लोग कार्यस्थल पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे. जिससे बॉस की प्रशंसा का पात्र बन सकते हैं. हालांकि परिवार में माता-पिता की सेहत का ख्याल रखना होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)