Navratri 2022 Rajyog: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों का राशि परिवर्तन का असर सभी राशियों पर होता है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक नवरात्रि से पहले 24 सितंबर को ग्रहों का बड़ा उलटफेर होने वाला है. दरअसल इस दिन देवगुरु बृहहस्पति और कर्मफल दाता शनि वक्री अवस्था में मौजूद रहेंगे. वहीं कन्या राशि में पहले से ही सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बना हुआ है. ऐसे में 24 सितंबर को होने वाले शुक्र के गोचर से नीच भंग नामक राजयोग का निर्माण होगा. साथ ही भद्र और हंस नामक 2 अन्य राजयोग भी बनेंगे. इसके अलावा कन्या राशि में ही सूर्य, बुध और शुक्र का त्रिकोण योग भी बनेगा. ऐसे में ग्रहों का यह शुभ संयोग 5 राशियों के लिए शुभ माना जा रहा है. आइए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जानते हैं कि ग्रहों का शुभ संयोग किन राशियों के लिए शुभ साबित होने वाला है.
मिथुन
ग्रहों के युति योग से इस राशि में हंस नामक राजयोग का निर्माण हो रहा है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो यह हंस राजयोग इस राशि के लिए शुभ साबित हो सकता है. इस दौरान बिजनेस के मोर्चे पर आर्थिक लाभ होगा. कार्यस्थल पर कोई बड़ा पद मिल सकता है. शौक्षणिक कार्यों में सुधार होगा.
मीन
ज्योतिष के मुताबिक इस राशि में शनि देव लाभ स्थान पर बैठे हैं. इसके साथ ही इस राशि में भद्र और नीच राजभंग योग का भी निर्माण हो रहा है. ये दोनों राजयोग नौकरी में सफलता दिलाने में सहायक सिद्ध होंगे. कार्यस्थल पर काम का बोझ कम होगा. सैलरी में बढ़ोतरी हो सकती है. बिजनेस में भी आर्थिक लाभ होगा.
वृषभ
ग्रहों के शुभ योग से इस राशि के जातकों को बिजनेस में लाभ हो सकता है. साथ ही इस अवधि में व्यापार में जबरदस्त विस्तार होगा. रोजगार में तरक्की होगी. उदार दिया हुआ पैसा वापस मिलेगा. आकस्मिक धन लाभ हो सकता है.
कन्या
कन्या राशि के लिए ग्रहों का शुभ योग खास साबित होगा. जीवन में तरक्की के नए रास्ते बनेंगे. किसी खास दोस्त से आर्थिक लाभ हो सकता है. दरअसल शुक्र इसी राशि में गोचर करेंगे. जिसकी वजह से इस राशि में नीच राजभंग नामक राजयोग बनेगा. जिसके प्रभाव से लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे.
धनु
शुक्र के गोचर के परिणामस्वरूप इस राशि में हंस, भद्र और नीचभंग नामक 3 राजयोग बनेंगे. ये 3 राजयोग व्यापार की दृष्टि से शुभ और मंगलकारी साबित होंगे. व्यापारिक यात्रा से विशेष लाभ होगा. घर में खुशहाली का माहौल कायम रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)