Shiv temples in india: भगवान शिव के भक्त जरूर करें इन मंदिरों के दर्शन, यहां लगती हैं लंबी कतार

Mahashivratri 2023 : देश में  कुछ शिव मंदिर इतने प्रसिद्ध हैं कि उनके दर्शन के लिए भक्त हर साल दूर दूर से वहां पहुंचते हैं. उनकी महिमा का गुणगान करते हैं और दर्शन के लिए घंटों इंतजार भी करते हैं. ऐसे ही कुछ शिव मंदिर के बारे में आपको बताते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
ऐसे ही कुछ शिव मंदिर के बारे में आपको बताते हैं, जहां दर्शन करने जाने की आस संभवत हर शिव भक्त को होती है.

Shiv temples in India: शिवरात्रि (Mahashivratri 2023) का मौका हो शिव मंदिरों में भक्तों का तांता न लगा हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. हर शिव भक्त अपने  समय, ऊर्जा और  बजट के अनुसार शिव मंदिर में दर्शन के लिए जाने की पूरी कोशिश करता है. दूर न सही तो घर के आसपास के मंदिर में ही पूजन (Shiv puja) कर लिया जाता है. हर छोटे बड़े शिव मंदिर ( Shiv temples) में भक्तों का मेला सा लगता है. देश में  कुछ शिव मंदिर इतने प्रसिद्ध हैं कि उनके दर्शन के लिए भक्त हर साल दूर दूर से वहां पहुंचते हैं. उनकी महिमा का गुणगान करते हैं और दर्शन के लिए घंटों इंतजार भी करते हैं. ऐसे ही कुछ शिव मंदिर के बारे में आपको बताते हैं, जहां दर्शन करने जाने की आस संभवत हर शिव भक्त को होती है.


 

श्री बृहदेश्वर मंदिर


तमिलनाडु के तंजौर में स्थित है भगवान शिव का ये प्राचीन और विशाल मंदिर. माना  जाता है कि इसे 11 वीं शताब्दी में चोल प्रथम ने बनवाया था. मंदिर की चोल वास्तुकला भी ये गवाही देती है कि मंदिर उसी काल का है. इस मंदिर को भक्त पेरिया कोविल, राजराजेश्वर और राजराजेश्वरम के नाम से भी जानते हैं.  


सोमनाथ मंदिर


सोमनाथ के शिव मंदिर में स्वयं अरब सागर की लहरें भोलेनाथ का अभिषेक करती नजर आती हैं. ये मंदिर देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल है, जिस वजह से यहां भक्तों की आस्था देखते ही बनती है. मंदिर के दर्शन के लिए देश विदेश  से हर साल भक्त यहां पहुंचते हैं.

Advertisement


महाकालेश्वर मंदिर


कालों में काल महाकाल के नाम से प्रसिद्ध उज्जैन के भगवान महाकाल भक्तों के अति प्रिय हैं. जिनके दर्शन के लिए हर साल भक्तों की भारी भीड़ भी उमड़ती है. अब यहां महाकाल लोक का निर्माण भी हो गया है जो भक्तों को और भी ज्यादा आकर्षित कर रहा है.

Advertisement


 

भोजपुर मंदिर


ये मंदिर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से कुछ दूरी पर स्थित है. मंदिर की विशेषता ये है कि इसे प्राचीन काल में निर्मित सबसे विशाल शिवलिंग का दर्जा हासिल है. इस मंदिर को पांडवकालीन माना जाता है. बेतवा नदी के  किनारे स्थित इस मंदिर के दर्शन करना भक्तों की अभिलाषा रहती है.

Advertisement


 

बैद्यनाथ मंदिर


झारखंड के देवघर शहर में स्थित ये मंदिर भगवान शिव के प्राचीन, माने हुए और महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है. इस मंदिर को भी ज्योतिर्लिंग का स्थान प्राप्त है. भक्तों का मानना है कि ये भगवान शिव के सबसे पवित्र निवासों में से एक है. विशाल मंदिर अपनी कथाओं और वास्तुकला की शैली के लिए भी प्रसिद्ध है, जिसकी महिमा गाते भक्त थकते नहीं है.
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
चुनाव जीतने के बाद क्या बोली Kalpana Soren?