नवरात्रि पर बन रहे हैं बेहद खास योग, लाभ लेने के लिए घर से निकाल दें ये 5 चीजें

Vastu tips : वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में कुछ अशुभ चीजों के होने के कारण पूजा पाठ का लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसे में नवरात्रि के पहले अपने घर से अशुभ चीजें जरूर निकाल दें.

Advertisement
Read Time: 23 mins

Shardiya Navratri Shubh Yog 2023: इस वर्ष शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri ) 15 अक्टूबर से शुरु होगी.  ज्योतिषशास्त्र के अनुसार तीस वर्ष बाद नवरात्रि में तीन दुलर्भ योग बनने वाले हैं. इस वर्ष शारदीय नवरात्रि में बुधादित्य योग, शश राजशेग और भद्र राजशेग लगने वाला है. ये सभी योग काफी खास हैं और इनका बहुत शुभ प्रभाव होता है, लेकिन इसका लाभ प्राप्त करने के लिए अशुभ चीजों को घर से बाहर निकालना जरूरी है. कई ऐसी अशुभ चीजें होती हैं जिनके कारण पूजा पाठ का पूरा लाभ नहीं मिल पाता है. आइए जानते हैं वास्तुशास्त्र (Vastushatra) के अनुसार कौन सी अशुभ चीजों ( inauspicious things) को घर से निकाल देना चाहिए.

टूटे शीशे और दपर्ण - टूटे शीशे और दपर्ण से घर में नकारात्मक एनर्जी आती है. नवरात्रि के पहले अपने घर से टूटे शीशे व दपर्ण को जरूर बाहर निकाल दें. घर में पड़े टूटे शीशे या दपर्ण पूजा व धार्मिक कार्यों का प्रभाव आप तक पहुंचने में बाधक होते हैं.

टूटी मूर्तियां और तस्वीरें- भगवान की टूटी मूर्तियां व क्षतिग्रस्त तस्वीरों का बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए. नवरात्रि के पहले सभी देवी- देवतओं की नई तस्वीरें और मूर्तियां स्थापित कर लेनी चाहिए.

Advertisement

प्याज लहसुन- नवरात्रि के समय सात्विक भोजन करना चाहिए. घर में प्याज और लहसुन नहीं रखना चाहिए. प्याज और लहसुन का उपयोग इस समय वर्जित माना जाता है.

Advertisement

रूकी हुई घड़ी - बंद या रुकी हुई घड़ियों को वास्तुशास्त्र के अनुसार अशुभ माना गया है. इनका हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है. नवरात्रि के पहले इन्हें याद करके अपने घर से बाहर निकाल दें.

Advertisement

टूटे चप्पल और जूते- खराब हो गए जूते चप्पलों को घर में बिलकुल नहीं रखना चाहिए. इनसे घर में दरिद्रता आती है. नवरात्रि के पहले टूटे और खराब जूते चप्पलों को निकालना बिलकुल न भूलें.

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Elections 2024: सियासी दलों के नेताओं की बढ़ती बदज़ुबानी अब क्यों होती जा रही है हिंसक? | Des Ki Baat
Topics mentioned in this article