Sawan Pradosh Vrat 2022: सावन का महीना 14 जुलाई, गुरुवार से शुरू हो चुका है. सावन (Sawan 2022) का पवित्र महीना भगवान शिव की पूजा के लिए बेहद खास माना गया है. सावन मास (Sawan Month 2022) का प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष होता है. इस साल सावन का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई, सोमवार को पड़ रहा है. प्रदोष व्रत (Sawan Pradosh Vrat) के दिन शिवजी के भक्त पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ उनकी उपासना करते हैं. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन की गई शिवजी की पूजा (Shiv Puja Vidhi) से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों के कष्ट दूर करते हैं. इस साल सावन का प्रदोष व्रत (Sawan Pradosh Vrat 2022) कई कारणों के खास रहने वाला है. आइए जानते हैं सावन प्रदोष व्रत कि तिथि, शुभ मुहूर्त और किस लिए खास है इस साल का सावन प्रदोष व्रत.
सावन प्रदोष व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त | Sawan Pradosh Vrat 2022 Date Shubh Muhurat
प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि में रखा जाता है. सावन मास के पहले प्रदोष के लिए त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 25 जुलाई को शाम 4 बजकर 15 मिनट से हो रही है. जबकि सावन त्रयोदशी तिथि की समाप्ति 26 जुलाई को शाम 6 बजकर 46 मिनट पर होगी. सावन प्रदोष व्रत के लिए पूजा का शुभ मुहूर्त 25 जुलाई सोमवार को शाम 7 बजकर 17 मिनट से रात 9 बजकर 21 मिनट तक है.
सावन का प्रदोष व्रत क्यों है खास | Why Sawan Pradosh Vrat 2022 is Special
सावन (Shiv) का पवित्र महीना भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित है. इसके साथ ही सावन का सोमवार (Sawan Somvar) भी भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत खास होता है. इसके अलावा प्रदोष व्रत (Sawan Pradosh Vrat) भी भगवान शिव की पूजा और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए खास होता है. सावन मास का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई को है. 25 जुलाई को सोमवार पड़ रहा है. ऐसे में सावन, सोमवार और प्रदोष व्रत तीनों का खास संयोग बन रहा है. ऐसे में पूजा का महत्व कई गुना अधिक बढ़ गया है. इस शुभ संयोग में पूजा कई गुना अधिक शुभफलदायी साबित होगी.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)