Shiv katha : जब भी शिव परिवार की बात होती है, तो उसमें भगवान गणेश और कार्तिकेय के बारे में ही लोग बात करते हैं. जबकि शिव जी की बेटियां भी हैं. जी हां, आपने सही पढ़ा. जिनके बारे में कम लोगों को पता है. इसलिए आज के इस लेख में हम ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानेंगे शिव जी की बेटी कौन (shiv ji daughter's name) हैं, क्या हैं इनके नाम और काम....
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शिव जी की बेटियां कौन हैं
पंडित अरविंद मिश्र बताते हैं कि भगवान शिव की पुत्री के बारे में शास्त्रों एवं पुराणों में उल्लेख मिलता है. पद्म पुराण के "भूमि खंड" अध्याय 102 में स्पष्ट रूप से लिखा है कि पार्वती जी कैलाश पर्वत पर अकेली थीं जिसके कारण उनको अकेलापन सता रहा था. अपने अकेलेपन एवं दुःख को दूर करने के लिए उन्होंने कल्प वृक्ष से प्रार्थना की कि उन्हें एक पुत्री दें. जिसके बाद कल्प वृक्ष से एक पुत्री उत्पन्न हुई. जिसका नाम अशोक सुंदरी रखा गया.
उसका नाम अशोक इसलिए क्योंकि उसने माता पार्वती का 'शोक' दूर किया था. सुंदरी इसलिए क्योंकि वो अत्यंत 'सुंदर' थी. कई लोक कथाओं और क्षेत्रीय ग्रंथ में भगवान शिव जी की तीन पुत्रियों अशोक सुंदरी, ज्योति, मनसा देवी आदि का भी उल्लेख मिलता है.
वहीं, कुछ शास्त्रों में भगवान शिव की पांच नाग कन्याओं का वर्णन मिलता है. लेकिन यह पद्म पुराण की तुलना में कम अधिकृत स्रोतों पर आधारित है. शिव पुराण में भगवान शिव की कन्या का उल्लेख नहीं मिलता है. वहां केवल गणेश व कार्तिकेय जी का वर्णन दिया है.
शिव जी की हैं 5 नाग कन्याएं
कुछ शास्त्रों में शिव जी की पांच नाग कन्याओं का भी उल्लेख मिलता है. जिनके नाम जया, विषहर, शामिलबारी, देव, और दोतली है. इन नाग कन्याओं के बारे में कुछ मान्यताएं इस प्रकार हैं-
- जया देवी धन-धान्य समृद्धि की देवी मानी जाती है.
- विषहर देवी विष रोगों से रक्षा करती हैं.
- शामलीबारी यह देवी पार्वती के दिव्य गुणों को दर्शाती हैं, और मातृ प्रेम, करुणा और शक्ति का प्रतीक है.
- देव का संबंध जल से मिलता है. यह जल में वास करती हैं.
- दौतली देवी उनका कार्यक्षेत्र स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया है. लेकिन यह भी नाग कन्याओं में से एक है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)