Shiv puja ke mantra: सनातन परंपरा में देवों के देव महादेव की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. हिंदू (hindu mantras) मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति शिव के प्रिय श्रावण मास में उनकी विधि-विधान से साधना करता है तो औघड़दानी भोलेनाथ उसके सभी दु:ख हर लेते हैं. भगवान शंकर की कृपा पाने के लिए कई तरह की पूजा का विधान है, लेकिन उनमें मंत्र जप (mantra japa benefits) का बहुत ज्यादा प्रभाव माना गया है. यही कारण है कि किसी भी विपदा आने पर अक्सर लोग महादेव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना प्रारंभ कर देते हैं. सावन के महीने में किन मंत्रों और स्तोत्र आदि को जपने से भगवान शिव की कृपा बरसती है, आइए इसे विस्तार से जानते हैं.
1. शिव का पंचाक्षरी मंत्र
भगवान शिव की पूजा में "ॐ नमः शिवाय" सबसे ज्यादा जपा जाने मंत्र है. शिव का यह पंचाक्षरी मंत्र जप करने के लिए अत्यंत ही सरल है. यही कारण है कि अधिकांश भक्त तमाम तरह के शिव मंत्रों (shiva mantras) की जगह इसका जाप करते हैं. कुछ लोग हराय नम: और विश्वेश्वराय नमः, ह्रीं शिवाय नम: आदि का भी जाप करते हैं. भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र को शिव कृपा दिलाने वाला माना जाता है. जिसके पुण्यफल से शिव साधक सभी सुखों को भोगते अंत में शिवलोक को प्राप्त होता है.
2. अकाल मृत्यु से बचाने वाला महामृत्युंजय मंत्र (mahamrityunjay mantra)
भगवान शिव का यह दिव्य महामृत्युंजय मंत्र (mahamrityunjay mantra) अत्यंत ही प्रभावी और शुभ फल देने वाला है. मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से बड़ी से बड़ी विपदा टल जाती है. शिव के साधक इसे संजीवनी के समान मानते हैं. मान्यता है कि महादेव का यह पावरफुल मंत्र व्यक्ति को अकाल मृत्यु से बचाता है.
'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।'
3. सुख-सौभाग्य बढ़ाने वाला महादेव का मंत्र
यदि आप इस सावन में भगवान शिव की पूजा सुख-संपत्ति और सौभाग्य को पाने के लिए कर रहे हैं तो आपके लिए नीचे दिया गया मंत्र अत्यधिक शुभ और फलदायी साबित हो सकता है. हिंदू मान्यता के अनुसार सावन के महीने में इस मंत्र का विधि-विधान से जाप करने पर साधक को शिव के साथ माता लक्ष्मी (goddess Lakshmi) की विशेष कृपा प्राप्त होती है. यही कारण है कि धन-धान्य की कामना लिए अधिकांश शिव साधक इस मंत्र का श्रावण मास में जप करते हैं.
'ॐ साम्ब सदाशिवाय नम:।।'
4. शिव महिम्न स्तोत्र पाठ के लाभ
भगवान शिव शंकर की साधना के लिए शिव महिम्न स्तोत्र (shiv mahimna stotra benefits) का पाठ करना अत्यंत ही शुभ और फलदायी माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार इस स्तोत्र की रचना महादेव के अनन्य भक्त गंधर्वराज पुष्पदंत ने की थी. शिव की महिमा का गान करने वाले इस स्तोत्र का पाठ करने पर शीघ्र ही साधक की मनोकामना पूरी होती है. शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ सभी प्रकार के भय, पाप, शोक आदि को दूर कर शत्रुओं पर विजय दिलाने वाला माना गया है.
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5. रुद्र की कृपा बरसाने वाला रुद्राष्टकं
शिव महिम्न स्तोत्र के पाठ की तरह रुद्राष्टकं (rudrashtakam mantra) का पाठ भी अत्यंत ही शुभ और फलदायी माना गया है. गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित इस स्तोत्र का पाठ करने पर शिव भक्त को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मनचाही सफलता मिलती है. श्रावण मास में शिव भक्त अक्सर सुख-समृद्धि की कामना लिए रुद्राष्टकं का पाठ करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)