Shani-Guru Vakri: शनि और गुरु की उल्टी चाल पड़ेगी इन राशियों पर भारी, रहना होगा खास सतर्क!

Shani-Guru Vakri: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस समय शनि और गुरु दोनों ही उल्टी चाल में चल रहे हैं. ऐसे में गुरु-शनि का वक्री होना कुछ राशियों पर भारी पड़ सकता है.

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Shani-Guru Vakri: गुरु और शनि के वक्री से इन राशियों को सतर्क रहना होगा.

Shani-Guru Vakri Effect: ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को शुभ माना गया है. इस समय गुरु ग्रह व्रकी अवस्था में गोचर कर रहे हैं. ज्योतिष की गणना के अनुसार, बृहस्पति देव बीते 29 जुलाई से वक्री स्थित में हैं. वहीं सूर्य पुत्र शनि देव 5 जुलाई, 2022 से वक्री हैं. देवगुरु बृहस्पति आगामी 23 नवंबर 2022 तक वक्री अवस्था में रहने वाले हैं, जबकि शनि देव 23 अक्टूबर तक मकर राशि में वक्री अवस्था में विराजमान रहने वाले हैं. ऐसे में इन दोनों ग्रहों के वक्री होने का असर सभी राशियों पर पड़ेगा. आइए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जानते हैं कि शनि और गुरु की उल्टी किन राशियों को परेशान कर सकती है. 

शनि-गुरु के वक्री का क्या होगा असर

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि और गुरु के वक्री स्थिति में होने से वैवाहिक और दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याएं बढेंगी. ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उन लोगों को विशेष सावधान रहना होगा जो शादी की तैयारी कर रहे हैं. 

शनि-गुरु के वक्री से किन राशियों को रहना होगा सतर्क

कन्या- इस दौरान कन्या राशि के जातक को भी सतर्क रहना होगा. दरअसल ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारिवारिक जीवन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. 

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कर्क- गुरु-शनि की वक्री अवस्था के दौरान  कर्क राशि के जातकों को मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना होगा. इसके साथ ही सेहत के लेकर भी सावधान रहना होगा.

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मीन- मीन राशि वालों को इस दौरान चिंता और अवसाद हो सकता है. ऐसे में इस दौरान विशेष सावधान रहने की जरूरत होगी.

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कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के लिए गुरु-शनि का वक्री शुभ नहीं रहेगा. ऐसे में इस दौरान सेहत से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. 

शनि-गुरु के लिए क्या करें उपाय

शनि और गुरु की दशा से परेशान हैं तो रोजाना सुबह स्नान के बाद सूर्य देव को हल्दी मिश्रित जल अर्पित करें. इसके साथ ही बृहस्पति और शनि के बीज मंत्र का जाप करें. इसके अलावा बृहस्पतिवार के दिन केले और शनिवार को काले तिल का दान कर सकते हैं. ऐसा करने से शनि और बृहस्पति की दशा में लाभ हो सकता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
 

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