धनतेरस पर इस मंत्र का 108 बार करें जाप, काशी के पंडित जी ने बताया भगवान को प्रसन्न करने का उपाय

Dhanteras Rituals : काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी द्वारा बताए मंत्रों का जप करने से घर में सुख शांति बनी रहती है साथ ही दुख-दरिद्रता भी दूर होती है. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
इस दिन ओम धन्वंतरि देवाय नमः का 108 बार जाप करने से आयुष और आरोग्य बना रहता है.

Dhanteras mantra and strot path : धनतेरस से पांच दिवसीय दीवाली का उत्सव शुरू हो जाता है. इस दिन भगवान धन्वंतरि और कुबेर देव की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है. धनतेरस को सच्चे मन से भगवान धन्वंतरि के मंत्रों का जप और स्तोत्र का पाठ करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इससे धनतेरस की पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है. ऐसे में आइए जानते हैं काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी द्वारा बताए मंत्र और स्तोत्र के बारे में जिनका पाठ और जप करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है. साथ ही दरिद्रता दूर होती है और रागों का भी नाश होता है. 

श्री सूक्तम और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें | dhanteras strot path 

काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी ने एनडीटीवी से बातचीत में बताया कि इस दिन भगवान धन्वंतरि और देवी लक्ष्मी की विधि-पूर्वक पूजा अर्चना करनी चाहिए. धनतेरस के दिन श्री सूक्तम, कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से घर में सुख-शांति और संपन्नता आती है. इसके अलावा मां अन्नपूर्णा स्तोत्र का भी पाठ करना चाहिए. इससे देवी अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं और घर में कभी अन्न धन की कमी नहीं होती. 

Dhanteras 2024 : धनतेरस को क्या करते हैं, यहां जानें महत्व और शुभ मुहूर्त

धन्वंतरि मंत्र का 108 बार जाप करें | Dhanteras mantra jaap

वहीं, इस दिन ओम धन्वंतरि देवाय नमः का 108 बार जाप करने से आयुष और आरोग्य बना रहता है. मान्यता है इस मंत्र का जाप करने से किसी भी तरह का रोग कष्ट दूर होता है. 

Advertisement

धनतेरस पर खरीदारी का शुभ मुहूर्त | Dhanteras Shopping Shubh Muhurt 

इस वर्ष धनतेरस की त्रयोदशी तिथि की शुरूआत 29 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 31 मिनट से हो रही है और समापन  30 अक्टूबर के दिन में 1 बजकर 15 मिनट पर होगा. 

Advertisement

धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त | Dhanteras puja shubh muhurat 2024

इस साल धनतेरस की पूजा (Dhanteras Puja) का शुभ मुहूर्त शाम 06:30 बजे से 08:12 बजे तक है. वहीं, प्रदोष काल का शुभ मुहूर्त शाम 05:37 बजे से रात 08:12 बजे तक है. 

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Maharashtra Exit Poll: महायुति करेगी वापसी या MVA को मिलेगी सत्ता? | City Center
Topics mentioned in this article