Rakhi niyam : राखी बांधते समय कितनी गांठ लगानी चाहिए और इस समय चेहरा किधर होना चाहिए, जानिए यहां सही नियम

आज के इस लेख में हम आपको भाई बहिन के पवित्र पर्व राखी से जुड़े कुछ जरूरी सवाल हैं, जो लोग अक्सर पूछते हैं इसके बारे में बात करने जा रहे हैं, जैसे- राखी बांधते समय कितनी गांठ लगानी चाहिए, राखी का धागा कब खोलना चाहिए और राखी बांधते समय मुंह किधर होना चाहिए?

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
रक्षासूत्र बांधते समय "ॐ येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:" मंत्र बोलिए. 

Rakshabandhan niyam : रक्षाबंधन का पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 09 अगस्त दिन शनिवार को मनाया जाएगा. इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं है तो बहनें भाई को बिना किसी विघ्न बाधा के खुशी-खुशी राखी बांध सकती हैं. आज के इस लेख में हम आपको भाई बहिन के पवित्र पर्व राखी से जुड़े कुछ जरूरी सवाल हैं, जो लोग अक्सर पूछते हैं इसके बारे में बात करने जा रहे हैं, जैसे- राखी बांधते समय कितनी गांठ लगानी चाहिए, राखी का धागा कब खोलना चाहिए और राखी बांधते समय मुंह किधर होना चाहिए?

Shivling puja niyam : शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, घी व शहद चढ़ाने से क्या लाभ मिलता है, जानिए यहां

राखी बांधने का नियम - Rakhi bandhne ka niyam

  • सबसे पहले जिस स्थान पर आपको भाई को राखी बांधनी है, उस जगह की अच्छे से सफाई कर लीजिए. आप वहां आटे से चौक बना लीजिए.
  • अब आप एक थाली में रोली, अक्षत, राखी, मिठाई और दीपक रख लीजिए. फिर एक छोटी चौकी पर भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठाएं, और खुद भी पूर्व या उत्तर मुख होकर बैठिए.
  • भाई के सिर पर रुमाल रखें, फिर रोली, चंदन और अक्षत का तिलक भाई के माथे पर लगाकर दाहिने हाथ में राखी बांधिए. रक्षासूत्र बांधते समय "ॐ येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:" मंत्र बोलिए. 
  • उसके बाद भाई को मिठाई खिलाएं और भाई की आरती उतारिए. राखी बांधने के बाद भाई को बहिन को उपहार में धन और कोई वस्तु देना चाहिए. 

राखी बांधते समय कितनी गांठ लगाएं - How many knots to tie while tying a Rakhi

राखी बांधते समय तीन गांठे लगानी चाहिए. ये तीन गांठे त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश को समर्पित होती हैं. अर्थात तीनों देवों से भाई को स्वस्थ, सुखी और उन्हें दीर्घायु होने की प्रार्थना करें. तीन गांठे लगाने से भाई बहिन का प्रेम एवं रिश्ता मजबूत होता है.

Advertisement

राखी बांधते समय किन बातों का रखें ध्यान - What to keep in mind while tying a Rakhi

  • राखी बांधते समय भाई का सिर ढका होना चाहिए.
  • राखी टूटी या प्लास्टिक की नहीं होनी चाहिए.
  • राखी सोने अथवा चांदी या अन्य धातु की नहीं होनी चाहिए.
  • राखी सूत के धागे की बनी होनी चाहिए. 
  • आप सूत के धागे से बनी राखी भाई को बांधने के बाद सोने अथवा चांदी की राखी बांध सकती हैं.
  • राखी बांधने का शुभ मुहूर्त अवश्य जान लें.
  • भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है.
  • राखी बांधते समय भाई का दाहिना हाथ नीचे की ओर होना चाहिए. 
  • राखी बांधने के बाद भाई को अपनी बहन के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए.

राखी का धागा किस दिन खोलें

राखी का धागा भैया दूज या भाई दूज के दिन खोलना चाहिए. इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं.

Advertisement

राखी बांधते समय चेहरा किस दिशा में होना चाहिए

राखी बांधते समय बहिन का मुंह पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए और भाई का मुंह उत्तर दिशा में अथवा भाई का मुंह पूर्व की ओर और बहिन का मुंह उत्तर की ओर होना चाहिए.

Advertisement

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: वोटर कम हुए तो क्या होगा बिहार चुनाव में असर? | Top Story | NDTV India