Agarbatti facts : पूजा-पाठ में जिसका होना जरुरी है वह है अगरबत्ती. इसके बिना तो पूजन सामग्री पूरी ही नहीं होती है. इसकी खुशबू से पूरा वातावरण सकारात्मक हो जाता है. लेकिन क्या आपको पता है धार्मिक कार्यों में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली अगरबत्ती जलाने के भी कुछ नुकसान होते हैं. हां आपने सही सुना. इस लेख में हम आपको बताएंगे की अगरबत्ती जलाने से कैसे पितृ दोष लगता है. दरअसल अगरबत्ती बांस से बनती है, जो कि सकारात्मकता और उन्नति लाने वाला पौधा माना जाता है.
अगरबत्ती न जलाने का कारण | Agarbatti fact
-वास्तु शास्त्र में बांस को वास्तु दोष दूर करने के लिए रखा जाता है. जैसा की आपको उपर बताया गया है यह एक शुभ पौधा होता है, इसलिए इसको जलाना अच्छा नहीं माना जाता है.
-हिन्दू धर्म में बांस को वंश का प्रतीक माना गया है. इसलिए इसको जलाना शुभ नहीं होता है. वैज्ञानिकों तथ्यों की बात करें तो अगरबत्ती के धुएं से श्वास संबंधी परेशानी होती है. आपको बता दें कि अगरबत्ती सींक के केमिकल पदार्थों का लेप लगाकर बनाई जाती है, इसलिए इसका धुंआ सेहत के लिए नुकसानदायक है.
-बांस भाग्य का प्रतीक माना जाता है. इसके जलाने से जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. इसका घर में चित्र लगाने से भाग्योदय होता है. वैसे भी शास्त्रों में कहीं पर भी अगरबत्ती के जलाने का कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है हर जगह धूपबत्ती की ही बात कही गई है.
-बांस का इस्तेमाल शुभ कार्यों में जैसे- जनेऊ, मुंडन और शादी का मंडप बनाने में किया जाता है. इसलिए इसको जलाना किसी भी लिहाज से ठीक नहीं है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)